वरिष्ठ भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी और तेलंगाना राज्य पुलिस अकादमी (TSPA) के निदेशक वीके सिंह ने यह कहते हुए केंद्र से समय पूर्व सेवानिवृति की अनुमति मांगी है कि वह पुलिस व्यवस्था में परिवर्तन लाने की बड़ी उम्मीद के साथ इस सेवा में आए थे लेकिन वह अपनी आकांक्षा को हासिल करने में विफल रहे।
1987 बैच के आईपीएस अधिकारी सिंह ने केंद्रीय गृह सचिव को लिखे पत्र में उन्हें दो अक्टूबर, 2020 में सेवानिवृत होने की अनुमति देने का अनुरोध किया है। सिंह ने समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) से कहा, ‘‘हां, मैंने गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है।’’ वह इस साल नंवबर में सेवानिवृत होने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि वह महसूस करते हैं कि उनकी सेवा का सरकार के बाहर बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है। सिंह ने कहा, ‘‘मैं लोगों के बीच सुधारों को लेकर काम करने के साथ ही तेलंगाना की सेवा के लिए काम करना चाहता हूं। इसलिए मैंने सत्य और न्याय के दूत महात्मा गांधी के जन्मदिन दो अक्टूबर, 2020 को समय पूर्व सेवानिवृति लेने का निर्णय लिया है।’’
उन्होंने पत्र में लिखा है, ‘‘मैं पुलिस व्यवस्था में बदलाव लाने की उम्मीद से पुलिस से जुड़ा था लेकिन मैं समझता हूं कि मैं अपनी आंकाक्षाओं पर विफल रहा। तेलंगाना सरकार भी मेरी सेवाओं से बहुत ज्यादा प्रभावित नहीं है। सरकार में सेवाओं को बेहतर बनाने की मेरी सलाह का कोई असर नहीं हुआ।’’
सिंह ने कहा, ‘‘शायद मेरी राय को बेकार समझा गया। मेरी अपनी सुविचारित राय है कि मुझे सरकार पर बोझ नहीं बनना चाहिए।’’ वैसे उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी सरकार के विरूद्ध उनके मन में कुछ नहीं है। उन्होंने कहा, “पुलिस सेवा, अगर न्याय और स्पष्ट विवेक की भावना के साथ की जाती है, तो यह सिर्फ नामुमकिन है। यदि कोई सरकारी सेवा में शामिल होना चाहता है, तो मेरी सलाह है, उसे केवल पुलिस में शामिल होना चाहिए।”