भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली की हालात ‘नाजुक’ बताई जा रही है। बता दें कि, अरुण जेटली सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी बढ़ने पर नौ अगस्त से दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(एम्स) में भर्ती हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हषर्वर्धन और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को एम्स पहुंचकर अरुण जेटली के स्वास्थ्य की जानकारी ली।
राष्ट्रपति दोपहर में अस्पताल आए जबकि शाह और आदित्यनाथ रात 11 बजकर 15 मिनट पर जेटली को देखने अस्पताल पहुंचे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे भी इस दौरान वहां मौजूद थे। भाजपा के नेताओं के एम्स पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है।
सूत्रों के अनुसार जेटली (66) की स्थिति नाजुक है और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उनके उपचार पर नजर रख रही है। वह आईसीयू में हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने 10 अगस्त के बाद से उनके स्वास्थ्य की स्थिति को लेकर कोई बुलेटिन जारी नहीं किया है।
बता दें कि जेटली पिछले करीब 2 साल से बीमार चल रहे हैं, वह सॉफ्ट टिशू कैंसर से पीड़ित हैं। किडनी संबंधी बीमारी के बाद पिछले साल मई में उन्हें किडनी प्रत्यारोपित की गई थी। लेकिन किडनी की बीमारी के साथ-साथ जेटली कैंसर से भी जूझ रहे हैं। उनके बायें पैर में सॉफ्ट टिशू कैंसर हो गया है जिसकी सर्जरी के लिए जेटली इसी साल जनवरी में अमेरिका भी गए थे।
अरुण जेटली ने पिछली मोदी सरकार में वित्त मंत्रालय के साथ-साथ कुछ समय के लिए रक्षा मंत्रालय की भी जिम्मेदारी संभाली थी। बीमारी की वजह से इस बार वह मोदी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुए थे।