जहाँ दादरी हादसे से सारे देश में बवाल मचा हुआ है, वहीँ भाजपा सांसद सत्यपाल सिंह ने इस घटना को ‘मामूली’ बताया है। विपक्ष ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि यह जवाब पार्टी की ध्रुवीकरण की रणनीति की झलक दिखाता है।
सिंह ने एक टीवी चैनल को कहा, ‘जहां तक दादरी जैसी छोटी सी घटना का सवाल है, अपने देश का लोकतांत्रिक माहौल इससे निपटने में पूरी तरह से सक्षम है। हमारा देश ऐसी घटनाओं से निपटने में पूरी तरह से सक्षम है।’
सिंह ने यह भी बताया कि सरकार को मुसलामानों और साथ ही अन्य आस्थाओं के माने वालों की समस्याओं पर गौर करने की ज़रूरत है।
सिंह की इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया जताते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता अजय कुमार ने कहा कि बीजेपी जो करने का प्रयास कर रही है, यह उसी का एक प्रतिबिंब है।
कुमार ने कहा, “मैं बीजेपी सांसद की टिप्पणी से पूरी तरह से निराश हूं, जो मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त भी रह चुके हैं।”
कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि ऐसी टिप्पणी से समुदाय के ध्रुवीकरण के जरिये सत्ता हासिल करने की बीजेपी की रणनीति की झलक दिखाई देती है।
सपा के नेता राजीव राय ने बीजेपी से माफ़ी मांगने को कहा और आरोप भी लगाया कि इसका उद्देश्य सांप्रदायिक ध्रुवीकरण है, जो अभी और दिखेगा, क्योंकि उत्तर प्रदेश में 2017 में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं।
राय ने यह भी कहा कि अगर दादरी घटना को मामूली घटना बताया जा रहा है, तो बड़ी घटना कहेंगे। उनका कहना है कि, “सत्यपाल सिंह को माफी मांगनी चाहिए। मुझे निराशा है कि यह बयान एक ऐसे सांसद की ओर से आ रहा है, जो खुद पुलिस आयुक्त रहे हैं।”