भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कमेंटेटर संजय मांजरेकर को हाल ही में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने कमेंट्री पैनल से बाहर कर दिया है। इसके बाद सोशल मीडिया पर चर्चा चलने लग गई कि क्या JNU और सेक्युलरिज्म के समर्थन वाले ट्वीट को लेकर संजय मांजरेकर को कमेंट्री से हटाया गया है। इन सबके बीच, अब खुद संजय मांजरेकर ने इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ी है।

हालांकि, इस ख़बर के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने तरह-तरह से अपने विचार वयक्त किए। लोगों ने संजय मांजरेकर के इस निष्कासन को राजनीति से जोड़ कर देखना शुरु कर दिया। कुछ लोग सोशल मीडिया पर लिख रहे है कि CAA के खिलाफ सरकार का विरोध तथा JNU को समर्थन करना भी संजय मांजरेकर को भारी पड़ा है।
वहीं अब संजय मांजरेकर ने इस मामले में अपनी चुप्पी तोड़ी है और उन्होंने एक ट्वीट के जरिए इस बारे में बयान दिया है।संजय मांजरेक ने अपने ट्वीट में लिखा, “मैंने हमेशा कमेंट्री को एक महान विशेषाधिकार के रूप में माना है, लेकिन कभी भी हक नहीं जताया। यह मेरे नियोक्ताओं पर निर्भर है कि वे मुझे चुनते हैं या नहीं और मैं हमेशा इस फैसले का सम्मान करूंगा। शायद बीसीसीआई मेरे परफॉर्मेंस से खुश नहीं है। मैं इसे एक प्रोफेशनल की तरह स्वीकार करता हूं।”
I have always considered commentary as a great privilege, but never an entitlement. It is up to my employers whether they choose to have me or not & I will always respect that. Maybe BCCI has not been happy with my performance of late. I accept that as a professional.
— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) March 15, 2020
बता दें कि, मांजरेकर ने जेएनयू के छात्रों को अपना समर्थन दिया था जब इस साल जनवरी में नकाबपोश हिंदुत्व गुंडों ने उन पर हमला किया था। इस हमले ने जेएनयू छात्रों की एकजुटता के लिए देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया था। ऐसी ही एक रैली मुंबई में भी हुई थी। अपने गृह नगर में जेएनयू समर्थक रैली के लिए प्रतिक्रिया देते हुए, मांजरेकर ने ट्वीट किया था, “अच्छा किया मुंबई!”
Well done Mumbai! https://t.co/IpVWhpd3A9
— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) January 7, 2020
उसी दिन एक अन्य ट्वीट में मांजरेकर ने लिखा था, “वर्षों से भारतीयों ने अपने धर्म की परवाह किए बिना अपने नायकों को असीम प्यार दिया है। इसलिए मुझे विश्वास है कि भारत की मजबूत, धर्मनिरपेक्ष प्रवृत्ति को हिला पाना असंभव है।”
Over the years Indians have given boundless love to their heroes without caring about their religion. That’s why I believe its impossible to shake India’s strong, secular instincts.
— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) January 7, 2020
प्रसिद्ध क्रिकेट कमेंटेटर हर्ष भोगले को सार्वजनिक रूप से अपमानित करने के लिए मांजरेकर को नवंबर में सोशल मीडिया पर क्रिकेट प्रशंसकों के गुस्से का सामना करना पड़ा था। यह घटना भारत-बांग्लादेश गुलाबी गेंद टेस्ट मैच के दौरान हुई थी, जिसमें मेजबान टीम एक पारी और 46 रन से जीत गई थी। मांजरेकर ने हर्षा भोगले के क्रिकेट ज्ञान पर सवाल उठाया था।
बता दें कि बीसीसीआई के एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की है कि मांजरेकर को कमेंट्री पैनल से बाहर कर दिया गया है। मांजरेकर गुरुवार को भारत और दक्षिण अफ्रीका के पहले वनडे के दौरान धर्मशाला में मौजूद नहीं थे, जो बारिश की वजह से बिना एक भी गेंद फेंके रद्द हो गया था। इस रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई पैनल के अन्य कमेंटटेर सुनील गावस्कर, एल शिवरामकृष्णन और मुरली कार्तिक इस मैच के लिए वहां मौजूद थे।
हालांकि, अभी मांजरेकर को पैनल से बाहर किए जाने की वजह साफ नहीं हो पाई है, लेकिन इस रिपोर्ट के मुताबिक बोर्ड उनके काम से खुश नहीं था। रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कई सालों से भारत के घरेलू मैचों के दौरान कमेंट्री बॉक्स का नियमित तौर पर हिस्सा रहे मांजरेकर के आईपीएल सीजन-13 के कमेंट्री पैनल से भी बाहर होने की अटकलें लग रही हैं।