इटावा में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान रामगोपाल यादव ने कहा कि मैंने लिखा समाजवादी पार्टी का संविधान, मैंने समाजवादी पार्टी को हर मुश्किल से बाहर निकाला था।
अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर रामगोपाल रो पड़े। खुद को निर्दोष बताते हुए उन्होंने कहा कि मुझे बेहद तकलीफ हुई है जब मुझ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए। आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि मैं अपने को समाजवादी पार्टी का सदस्य मानता हूं और पार्टी सदस्य होने के नाते ही यह बयान दे रहा हूं।
समाजवादी पार्टी में तकरार के कई दिनों बाद आज रामगोपाल यादव ने चुप्पी तोड़ते हुए शिवपाल यादव पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों के लिए टिकट बंटवारे पर जमकर मनमानी हो रही है और नेताजी को गुमराह किया गया।
अपने निष्कासन को उन्होंने गलत ठहराते हुए कहा कि मैने ही पार्टी का संविधान लिखा, राजिस्ट्रेशन कराया यहाँ तक की पार्टी का झंडा भी मैंने ही तैयार किया था।
लेकिन मुझे ही मेरी पार्टी से निकाल दिया गया वो भी पार्टी के रजत जयंती कार्यक्रम से ठीक पहले। मेरे साथ अन्याय हुआ है। इसके अलावा उन्होंने मुख्यंत्री अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़ते हुए कहा कि अखिलेश यादव पूरे देश में एक मजबूत नेता के तौर पर उभरकर सामने आए हैं।