जाने-माने वकील राम जेठमलानी से जब चीफ जस्टिस ने पुछा कि आप कब रिटायर हो रहे हो तब जेठमलानी ने रोचक अंदाज में इसका जवाब चीफ जस्टिस को दिया और कहा ”आखिर माई लॉर्ड यह क्यों पूछ रहे हैं कि मैं कब मरने वाला हूं?” जबकि अपने रिटायरमेंट के सवाल पर उन्होंने कहा कि अब मैं सिर्फ नि:स्वार्थ केस लेता हूं।
विख्यात अधिवक्ता राम जेठमलानी अब 90 साल के हो चुके है और लगातार वकालत के पेशे में अपनी धाक जमाए हुए है। देश के कई बड़े केस अब तक वो लड़ चुके हैं। मंगलवार को चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर के रिटायरमेंट के सवाल का जवाब उन्होंने दिया। दरअसल मंगलवार सुबह हुई एक सुनवाई खत्म होने के बाद जेठमलानी ने चीफ जस्टिस से कहा, “आपने एक बार मुझसे पूछा था कि मैं कब रिटायर होउंगा। मैं आपको बताना चाहता हूं माय लॉर्ड कि मैं अब 90 साल का हो चुका हूं और पहले ही रिटायर हो चुका हूं। अब मैं सिर्फ प्रो बोनो (नि:स्वार्थ) केस लेता हूं।”
90 साल की बढ़ती उम्र का उनके केस लड़ने पर कोई असर होता नहीं दिखता है। उनकी इसी सक्रियता पर सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाली बेंच ने हैरानी जताते हुए पूछा डाला कि आखिर जेठमलानी रिटायर कब हो रहे हैं। राम जेठमलानी वरिष्ठ अधिवक्ता एमएम कश्यप से सुप्रीम कोर्ट परिसर में स्थित चेंबर छीने जाने के मामले उनकी पैरवी कर रहे थे।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक उसी सुनवाई के दौरान बेंच ने टिप्पणी करते हुए कहा कि आखिर वह रिटायर कब हो रहे हैं? इस पर बिना किसी लागलपेट के जेठमलानी ने जवाब दिया कि आखिर माई लॉर्ड यह क्यों पूछ रहे हैं कि मैं कब मरने वाला हूं।
जबकि इस पर टीएस ठाकुर ने कहा, “जेठमलानी जी, मैने पूछा था कि आपके क्लाइंट कब रिटायर होंगे, ना कि आप। हम कभी नहीं चाहते कि आप रिटायर हों। हम चाहते हैं कि यूं हीं काम करते रहें।”