संजय लीला भंसाली द्वारा निर्देशित फिल्म पद्मावती 1 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। लेकिन फिल्म को लेकर हो रहें विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है, जिसका ताजा मामला एक बार फिर से देखने को मिला है।
राजस्थान के उदयपुर संभाग में स्थित चित्तौड़गढ़ जिले में शुक्रवार(3 नवंबर) को कई निजी शिक्षण संस्थानों को बंद रखा गया। गैर अनुदानित शिक्षण संस्था संचालक समिति के बैनर तले पद्मावती फिल्म के विरोध में ये बंद रखा गया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की बात को लेकर श्रीराजपूत करणी सेना सहित सभी समुदायों के नागरिकों ने इस बंद को समर्थन दिया। इस बंद के दौरान विरोध जुलूस भी निकाला गया।
Protest in #Rajasthan against upcoming movie #Padmavati, people from all walks of life participated:Visuals from #Chittorgarh,bandh observed pic.twitter.com/8ZO5g14BvV
— ANI (@ANI) November 3, 2017
संस्थान के सदस्यों का कहना है कि चित्तौड़गढ़ के गौरवशाली इतिहास के लिए पूरे विश्व में शक्ति, भक्ति एवं त्याग की धरा के रूप में जाना जाता है, उसी चित्तौड़गढ़ की रानी पद्मिनी के चरित्र को फिल्म पद्मावती में गलत ढंग से दिखाया जा रहा है। इसके विरोध में आज चित्तौड़गढ़ के सामाजिक, धार्मिक संगठनों द्वारा बंद का आह्वान किया गया है।
राजस्थान के राजपूताना समाज का कहना है कि फिल्म में कुछ भी ऐसा न दिखाया जाए जिससे पूरे समाज की भावनाएं आहत हो। इसके लिए समाज के प्रतिनिधि ने संजय लीला भंसाली से मुलाकात भी की। उन्होंने मांग की कि उन्हें ये बात लिखित में दी जानी चाहिए कि फिल्म में कुछ भी ऐसा नहीं दिखाया जाएगा, जिससे रानी पद्मावती की गरिमा को ठेस पहुंचे।
बता दें कि पिछले दिनों फिल्म पद्मावती के पोस्टर रिलीज होने के बाद भी करनी सेना ने फिल्म की रिलीज को लेकर धमकी दी थी। फिल्म में दीपिका पादुकोण रानी ‘पद्मावती’ का रोल निभा रही हैं। उनके अलावा फिल्म में रणवीर सिंह और शाहिद कपूर भी मुख्य भूमिका में हैं। ‘पद्मावती’ फिल्म एक दिसंबर को रिलीज हो रही है।
बता दें कि, कुछ दिनों पहले ही गुजरात में एक कलाकार ने आरोप लगाया था कि दीपिका पादुकोण की पद्मावती रंगोली को भीड़ ने अपने पैरों से उसे ध्वस्त कर दिया था, जिसे बनाने में पूरे 48 घंटे का समय लगा था।