गोवा के पिछले काफी अर्से से बीमार चले रहे मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से मुलाकात के एक दिन बाद बुधवार (30 जनवरी) को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल विमान सौदे के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। दिल्ली में यूथ कांग्रेस के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने दावा किया कि इस मुलाकात के दौरान पर्रिकर ने उनसे कहा था कि राफेल डील बदलते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के वर्तमान रक्षा मंत्री यानी उनसे भी इस बारे में कोई सलाह नहीं ली थी और ना ही पूछा था।
कांग्रेस अध्यक्ष के इस बयान के बाद पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने राहुल गांधी को चिट्ठी लिख आरोप लगाया कि उन्होंने ‘शिष्टाचार भेंट’ का इस्तेमाल तुच्छ राजनीतिक फायदे के लिए किया और उन दोनों के बीच पांच मिनट की मुलाकात में राफेल मुद्दे का कोई जिक्र नहीं हुआ था। वहीं, अब मनोहर पर्रिकर के आरोप को खारिज करते हुए राहुल गांधी ने पर्रिकर को चिट्ठी लिखते हुए कहा कि मुझे पर्रिकर जी की स्थिति से सहानुभूति है और उनकी बेहतरी की कामना करता हूं। गोवा में हमारी बैठक के बाद वह प्रधानमंत्री से काफी दबाव में हैं और हमारे ऊपर हमला कर अपनी वफादारी दिखा रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने खत में लिखा, मैंने कल गोवा में मुलाकात के दौरान अपनी बातचीत का कोई विवरण आपके साथ साझा नहीं किया। मैंने अपने दोनों भाषण में वही कहा जो पहले से ही लोगों के बीच में है। उन्होंने आगे लिखा, ‘मेरी आपसे मुलाकात व्यक्तिगत थी। आपको कोई संदेह नहीं होगा कि मैंने तब भी आपको फोन किया था जब आप अमेरिका में इलाज के लिए गए थे और आपके ठीक होने की कामना की थी। पर्रिकर जी, मैं आपकी स्थिति के साथ सहानुभूति रखता हूं। मेरी मुलाकात के बाद आप जिस दबाव में हैं, हम उसे समझते हैं। पीएम के प्रति आपकी वफादारी साबित करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
राहुल गांधी ने आगे लिखा, गोवा में जो हमारी मुलाकात हुई थी उसका हमने कोई ब्यौरा सार्जवनिक तौर पर साझा नहीं किया है। जब से हमारी मुलाकात हुई उसके बाद हमने अपने दो भाषणों में हमने उसी का हवाला दिया तो पहले से ही लोगों के बीच है। राहुल ने आगे लिखा, अप्रैल 2015 में गोवा में फिश मार्किट के शुभारंभ के दौरान पीएम मोदी ने फ़्रांस के साथ राफेल सौदे की घोषणा की थी। तब आपने प्रेस को स्पष्ट रूप से कहा था कि आपको पीएम द्वारा किये गए सौदे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। यह मीडिया के सभी वर्गों में व्यापक रूप से बताया गया है।
उन्होंने लिखा, एक तथ्य यह भी है कि गोवा में आपके अपने मंत्रिमंडल के सहयोगी की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग है, जिसमें आपने दावा किया है कि कैबिनेट बैठक में आपने मंत्रियों से कहा था कि आपके ‘बेड रूम’ में राफेल के कागजात हैं।
I totally empathise with Parrikar Ji's situation & wish him well. He's under immense pressure from the PM after our meeting in Goa and needs to demonstrate his loyalty by attacking me.
Attached is the letter I've written him. pic.twitter.com/BQ6V6Zid8m
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 30, 2019
मनोहर पर्रिकर ने कांग्रेस अध्यक्ष को लिखा था पत्र
कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे पत्र में पर्रिकर ने कहा, ‘मैं इसे लेकर बेहद आहत हूं कि आपने इस मुलाकात का इस्तेमाल भी अपने तुच्छ राजनीतिक फायदे के लिए किया। आपने मेरे साथ महज 5 मिनट का वक्त बिताया और इस दौरान न तो आपने राफेल के बारे में कुछ जिक्र किया और न ही हमने इस संबंध में कोई चर्चा की।’ उन्होंने अपने पत्र में यह भी लिखा कि कांग्रेस अध्यक्ष जिस तरह की बातें कर रहे हैं, उससे उनके मन में उनसे मिलने पहुंचे कांग्रेस नेता के इरादों को लेकर संशय पैदा हो गया है।
पर्रिकर ने राहुल को यह पत्र ऐसे समय में लिखा है जब एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया था कि पर्रिकर जो पूर्व रक्षा मंत्री रह चुके हैं, उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि उनका नये सौदे से कोई लेना देना नहीं है । राहुल गांधी ने नये सौदे के तहत नरेन्द्र मोदी द्वारा अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया ।
पर्रिकर ने राहुल गांधी को लिखा है कि बिना किसी पूर्व सूचना के वे उनके स्वास्थ्य का हाल पूछने यहां आए थे, दलगत भावना से ऊपर उठकर एक अस्वस्थ का हाल जानना अच्छी परंपरा है। उन्हें (पर्रिकर) भी उनका (राहुल) आना अच्छा लगा, लेकिन इस यात्रा को लेकर आज सुबह आपके जो बयान आए, उससे वह आहत हैं। उन्होंने लिखा कि समाचार पत्रों में पढ़कर आश्चर्य भी हुआ कि उन्होंने (पर्रिकर) उनको (राहुल) राफेल मुद्दे पर कुछ बताया है। आपने कहा है कि राफेल मुद्दे में मैं (मनोहर परिकर) कहीं नहीं था। मुझे कोई जानकारी नहीं थी। जबकि ऐसा नहीं है। वास्तव में इस मुलाकात के दौरान राफेल का कोई जिक्र नहीं हुआ ।
गोवा के मुख्यमंत्री ने लिखा कि उन्होंने सोचा था, उनका (राहुल) आना और शुभकामनाएं मेरे लिए इस प्रतिकूल स्थिति में संबल प्रदान करेंगी। उन्होंने कहा कि लेकिन वह नहीं समझ सके कि उनके (राहुल) आने का वास्तविक इरादा यह था।पर्रिकर ने लिखा, ‘‘किसी बीमार और अस्वस्थ व्यक्ति से भेंट का इस्तेमाल अपनी तुच्छ राजनीति का शिकार बनाने के लिए मत करियेगा।’’
राहुल गांधी ने गोवा सीएम से मुलाकात का जिक्र करते हुए बुधवार (30 जनवरी) को कहा था कि, “मैं कल (मंगलवार) पर्रिकर जी से मिला, पर्रिकर जी ने स्वयं कहा था कि डील (राफेल) बदलते समय प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने हिंदुस्तान के रक्षा मंत्री से नहीं पूछा था।”
#WATCH Delhi: Congress President Rahul Gandhi says "Main kal Parrikar ji se mila tha. Parrikar ji ne swayam kaha tha ki deal badalte seamay PM ne Hindustan ke Defence Minister se nahi poocha tha." pic.twitter.com/adgAV0SKhU
— ANI (@ANI) January 30, 2019
पीटीआई के मुताबिक, इससे पहले मंगलवार को राहुल गांधी ने राफेल सौदे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए दावा किया था कि पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने स्पष्ट रूप से कहा था कि ‘नए सौदे’ से उनका कोई लेना-देना नहीं है। कोच्चि में कांग्रेस अध्यक्ष ने बूथ स्तरीय पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में कहा, ‘दोस्तों, पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि नए सौदे से उनका कोई लेना-देना नहीं है, जिसे नरेंद्र मोदी ने अनिल अंबानी के फायदे के लिए किया।’
राहुल ने पर्रिकर से की थी मुलाकात
बता दें कि राहुल ने कल यानी मंगलवार को पणजी में राज्य सचिवालय परिसर में गोवा के मुख्यमंत्री पर्रिकर से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने उनकी तबीयत के बारे में पूछा। बहरहाल, राहुल गांधी ने ये स्पष्ट नहीं किया कि पर्रिकर के साथ बैठक के दौरान क्या इस मुद्दे पर चर्चा हुई। 63 वर्षीय सीएम पर्रिकर अग्नाशय संबंधी बीमारी से पीड़ित हैं। इस मुलाकात को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष ने पत्रकारों से बात करने से इनकार कर दिया और कहा कि उन्हें देरी हो रही है।
यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब एक दिन पहले ही राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि ‘गोवा ऑडियो टेप’ प्रामाणिक हैं और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के पास इस मुद्दे से जुड़े ‘धमाका करने वाले राज” हैं। कांग्रेस ने इस टेप का हवाला देते हुए राफेल मुद्दे पर केंद्र पर हमला किया था। वहां पहुंचने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने विधानसभा परिसर में मुख्यमंत्री के चैम्बर में उनसे मुलाकात की। इसके बाद वह कांग्रेस विधायकों से 10 मिनट मुलाकात करने के बाद वहां से चले गए।