अलवर हत्याकांड पर राहुल गांधी का पीएम पर तीखा हमला, बोले- ये मोदी का क्रूर ‘न्यू इंडिया’ है, जहां मानवता की जगह नहीं

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राजस्थान के अलवर में पहलू खान के बाद अब अकबर खान उर्फ रकबर खान की पीट-पीटकर हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है। गोरक्षकों के बाद अब अलवर पुलिस पर मारपीट जैसे गंभीर आरोप लग रहे हैं। इसके अलावा इस मामले में पुलिस की घोर अमानवीयता सामने आई है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार पुलिस पीड़ित अकबर खान को घायल हालत में अस्पताल ले जाने से पहले घंटों तक घुमाती रही। इतना ही नहीं पुलिस ने घायल अकबर को पीटा भी था। जिसके कारण उसकी जान चली गई।

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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अलवर हत्याकांड मामले में सोमवार (23 जुलाई) को ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने एक न्यूज रिपोर्ट को शेयर कर राजस्थान पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी के ‘क्रूर न्यू इंडिया’ में मानवता, नफरत में बदल चुकी है। कांग्रेस अध्यक्ष का यह बयान उन खबरों के बाद आया है जिसमें अलवर पुलिस ने मरने वाले व्यक्ति को 3 घंटे तक अस्पताल इसलिए नहीं पहुंचाया क्योंकि उन्हें चाय पीनी थी।

राहुल ने कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट किया, ‘अलवर में पुलिस वालों ने मॉब लिन्चिंग के शिकार रकबर खान को महज 6 किलोमीटर स्थित अस्पताल पहुंचाने में 3 घंटे लगाए, जबकि पीड़ित मरणासन्न था। क्यों? उन्होंने रास्ते में टी-ब्रेक भी लिया। यह मोदी का क्रूर ‘न्यू इंडिया’ है, जहां मानवता की जगह नफरत ने ले ली है और लोगों को कुचला जा रहा है, मरने के लिए।

बता दें कि इस मामले में दर्ज एफआईआर के अनुसार पुलिस को देर रात 12:41 बजे घटना की सूचना मिली और पुलिस 1:20 बजे वहां पहुंची। पुलिस के साथ गए नवल किशोर के अनुसार पुलिसवालों ने घायल के शरीर को धोया, क्योंकि वह कीचड़ से सना था, उसके बाद उन्होंने कई अन्य काम किए। उनका पहला पड़ाव नवल किशोर का घर था, जहां से उन्होंने गाड़ी का इंतजाम किया ताकि गायों को स्थानीय गोशाला ले जाया जा सके।

इसके बाद पुलिस जब्त की गई गायों को गोशाला ले गई, फिर पुलिस थाने गई और यहां तक कि चाय पीने के लिए भी रुकी। अस्पताल पहुंचने तक अकबर की जान जा चुकी थी। राजस्थान पुलिस ने अकबर को पीट-पीटकर मौत के घाट उतारने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि तीन संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा।

अकबर को अस्पताल पहुंचाने के बजाय पुलिस ने पहले गायों को पहुंचाया गोशाला

अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने गंभीर रूप से घायल खान को सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र पहुंचाने से पहले घटनास्‍थल से बरामद दो गायों को गोशाला पहुंचाने को प्राथमिकता दी। रिपोर्ट के मुताबिक अगर अकबर को तत्काल अस्पताल पहुंचाया जाता तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी।

अखबार के मुताबिक पुलिसकर्मियों ने पहले दो गायों को लेकर 10 किलोमीटर दूर गोशाला गए और उसके बाद अकबर खान को अस्पताल ले जाया गया। स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र के ओपीडी रजिस्‍टर के मुताबिक खान को सुबह 4 बजे वहां लाया गया था। जबकि एफआईआर में कहा गया है कि ‘गोरक्षक’ नवल किशोर शर्मा ने रात 12.41 बजे इस हमले के बारे में पुलिस को सूचना दे दी थी।

रामगढ़ पुलिस का कहना है कि घटना की सूचना मिलने के 15 से 20 मिनट के अंदर उनकी टीम घटनास्‍थल पर पहुंच गई थी। रविवार को जब पत्रकारों ने पुलिस से पूछा कि खान को अस्पताल पहुंचाने में इतना ज्‍यादा समय क्‍यों लगा तो उन्‍हें कोई जवाब नहीं सूझ रहा था। हालांकि एफआईआर में कहा गया है कि पुलिस मौके पर पहुंच गई और खान के शव को तत्‍काल हॉस्पिटल पहुंचाया गया।

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