पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में 11,300 करोड़ रुपये के घोटाले से बैंकों के प्रति डगमगाए आम लोगों के विश्वास के संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा, ‘सरकार आर्थिक विषयों से संबंधित अनियमितताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है, करेगी और करती रहेगी। जनता के पैसे का अनियमित अर्जन, इस सिस्टम को स्वीकार नहीं होगा।’
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम मोदी ने वित्तीय संस्थानों के प्रबंधन व निगरानी निकायों से कहा है कि वे अपना काम पूरी कर्मठता से करें ताकि इस तरह के घपलों को रोका जा सके। एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह सरकार वित्तीय अनियमितताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है और कड़ी कार्रवाई करती रहेगी और ‘प्रणाली (सरकार) सार्वजनिक धन की लूट को बर्दाश्त नहीं करेगी।’
प्रधानमंत्री ने हालांकि अपने संबोधन में नीरव मोदी या पंजाब नेशनल बैंक का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि वित्तीय संस्थानों के प्रबंधन, आडिटरों व नियामकों को अपना काम पूरे समर्पण से करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि, ‘जिन लोगों को नियम व नीतियां बनाने तथा उच्च आचार कायम रखने का काम मिला है मैं उन लोगों से अपील करना चाहूंगा वे अपना काम पूरे समर्पण व कर्मठता से करें।’
मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि ये सरकार आर्थिक विषयों से संबंधित अनियमितताओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर रही है, करेगी और करती रहेगी। जनता के पैसे का अनियमित अर्जन, इस सिस्टम को स्वीकार नहीं होगा: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 23, 2018
एक अपील मैं ये भी करना चाहता हूं कि विभिन्न Financial institutions में नियम और नीयत यानि Ethics बनाए रखने का दायित्व जिन्हें दिया गया है वो पूरी निष्ठा से अपना कर्तव्य निभाएं। विशेषकर जिन्हें निगरानी और मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) February 23, 2018
गौरतलब है कि, देश का दूसरा सबसे बड़ा सार्वजनिक बैंक पीएनबी इन दिनों 11,400 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले के कारण चर्चा में है। अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी इस मामले में मुख्य आरोपी है, अनेक जांच एजेंसियां इस मामले की जांच में लगी हैं।
बता दें कि, नीरव अपने परिवार समेत जनवरी के पहले हफ्ते में ही देश छोड़कर भाग गया था, जांच एजेंसियों को भी अभी यह नहीं पता कि वह इस वक्त कहां हैं।