प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की जनता को 31वें संस्करण में मन की बात कार्यक्रम के जरिए एक बार फिर रविवार(30 अप्रैल) को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अाम लोगों के सुझाव सामान्य नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि सलाह देना, सुझाव देना हमारे स्वभाव में है। समाज के लिए कुछ कर गुजरने वाले लोगों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।
इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि लोगों ने लालबत्ती हटाने के फैसले का स्वागत किया है। पीएम ने कहा कि सरकारी फैसले से लाल बत्ती का जाना तो एक व्यवस्था का हिस्सा है, लेकिन मन से भी प्रयास कर हमें इसे निकालना है। यह भी सफाई अभियान का हिस्सा भी है।
पीएम ने कहा कि हमारे देश में वीआईपी कल्चर के खिलाफ गुस्सा है। उन्होंने कहा कि इसका अनुभव इसे हटाने के बाद हुआ। उन्होंने कहा कि लाल बत्ती VIP कल्चर का प्रतीक बन गई थी, वह लगती तो गाड़ी पर थी, लेकिन फिर दिमाग में घुसकर VIP कल्चर को पैदा करती थी। उन्होंने कहा कि वीआईपी की जगह ईपीआई का महत्व बढ़े। ईपीआई मतलब ऐवरी पर्सन इज इम्पॉर्टेंट। उन्होंने कहा कि सभी देशवासी का महत्व है।
इसके अलावा पीएम ने कहा कि 1 मई को श्रमिक दिवस के रूप में भी बनाया जाता है। उस दिन बाबा साहेब आंबेडकर की याद आती है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के कल्याण के लिए उनका योगदान भुलाया नहीं जा सकता है। जगत गुरु बश्वेश्वर ने भी श्रम श्रमिक पर गहन विचार रखे थे। उन्होंने कहा था कि अपने घर पर परिश्रम से भगवान प्राप्त होते हैं।
साथ ही पीएम ने कहा कि एक समय था जब क्लाइमेट चेंज सिर्फ अकैडमिक कार्यक्रम होता था। लेकिन अब समय बदल गया है। पीएम ने कहा कि कई लोगों ने उन्हें पक्षियों की चिंता करते हुए छत पर उनके लिए पानी रखने की बात कही है। उन्होंने कहा कि बच्चे इस काम को बखूबी करते हैं, लेकिन उन्हें इसका मतलब पता होना चाहिए।
पीएम ने देशवासियों से कहा कि पशु पक्षियों के साथ लगाव अलग अनुभव कराया। कुछ दिनों पहले गुजरात के एक व्यक्ति ने गौरैया की कम हो रही संख्या पर अपनी चिंता व्यक्त की है। साथ ही युवाओं से पीएम मोदी ने कहा कि भारत सरकार ने युवाओं के लिए अच्छा प्रयास किया है। डिजिटल लेन देन को बढ़ावा दिया है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार की युवाओं के लिए एक कमाई की योजना भी है। पीएम ने अपील करते हुए कहा कि आप लोगों को डिजिटल योजना से जोड़ें। आखिरी में पीएम ने कहा कि जब हम सबका साथ-सबका विकास कहते हैं, तो यह बात सिर्फ भारत ही नहीं वैश्विक परिवेश के परिप्रेक्ष्य में भी लागू होती है।
बता दें कि पिछली बार 30 वें संस्करण में पीएम मोदी ने बोर्ड की परीक्षा में शामिल युवाओं को संदेश दिया था। साथ ही कहा कि देश के युवाओं से अनुरोध है कि जब भी उन्हें समय मिले शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु की समाधि पर जरूर जाएं। बता दें कि पीएम अपने मन की बात कार्यक्रम में आम लोगों से जुड़े मुद्दे को उठाते हैं और इस पर विस्तार से चर्चा करते हैं। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी देशवासियों से सुझाव भी मांगते हैं और उसे पूरे देश को भी सुनाते हैं।