त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव में बीजेपी की इस ऐतिहासिक जीत के बाद वहां हिंसा ने उग्र रुप ले लिया है। कई दुकानों में तोड़फोड़ और घरों में आग लगाने की खबरें सामने आ रही हैं। वामपंथी स्मारकों को पर बुलडोजर चलाए जा रहे हैं। दक्षिण त्रिपुरा में महान कम्युनिस्ट नेता व्लादिमिर लेनिन की दो प्रतिमा गिरा दी गई है। माकपा ने इस घटना के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है।इस बीच त्रिपुरा में लेनिन की दो मूर्तियां गिराने के बाद तमिलनाडु के वेल्लूर जिले में समाज सुधारक और द्रविड़ आंदोलन के नेता ईवी रामास्वामी यानी पेरियार की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने की घटना सामने आई है। यह घटना भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता एच राजा के विवादित फेसबुक पोस्ट के कुछ घंटे बाद हुई है। पेरियार की प्रतिमा तिरूपत्तुर निगम कार्यालय के अंदर लगी थी, जिसे मंगलवार (6 मार्च) रात करीब 9 बजे निशाना बनाया गया।
पेरियार की मूर्ति के चश्मे और नाक को नुकसान पहुंचाया गया है। इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार जिन लो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें एक बीजेपी का सदस्य और दूसरा सीपीआई का कार्यकर्ता है। पुलिस का दावा है कि नशे में धुत दो शराबियों ने इस घटना को अंजाम दिया है। गिरफ्तार लोगों में से एक का नाम मुरुगानंदम है। वो वेल्लूर में बीजेपी के शहर महासचिव हैं। वहीं दूसरे व्यक्ति का नाम फ्रांसिस है और वो कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ता हैं।
BJP नेता ने दी थी धमकी
इस घटना के ठीक पहले मंगलवार को बीजेपी सचिव एच राजा की एक फेसबुक पोस्ट पर विवाद शुरु हो गया था। राजा ने फेसबुक पर धमकी दी थी कि त्रिपुरा में जिस तरह लेनिन की मूर्तियां तोड़ी गईं, एक दिन तमिलनाडु में उसी तरह पेरियार की मूर्तियां तोड़ी जाएंगी। हालांकि जब विरोध बढ़ने लगा तो उन्होंने अपनी फेसबुक पोस्ट को डिलीट कर दिया। एच राजा के फेसबुक पोस्ट के बाद डीएमके और वामदलों ने कार्रवाई की मांग की।
बीजेपी नेता ने अपनी पोस्ट में लिखा था कि ‘लेनिन कौन है? भारत से उनका क्या रिश्ता है? वामपंथियों का भारत से क्या रिश्ता है? त्रिपुरा में लेनिन की प्रतिमा को ध्वस्त कर दिया गया है। आज लेनिन की प्रतिमा, कल तमिलनाडु के ईवीआर रामास्वामी (पेरियार) की प्रतिमा को ध्वस्त कर दिया जाएगा।’ विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने अपना पोस्ट डिलीट कर दिया।
त्रिपुरा में गिराई गई लेनिन की एक और मूर्ति
दक्षिण त्रिपुरा में रूसी कम्युनिस्ट क्रांति के अगुवा ब्लादिमीर लेनिन की एक और मूर्ति गिरा दी गई है। बेलोनिया में पहले सोमवार (5 मार्च) को पांच फुट ऊंची फाइबर ग्लास की प्रतिमा गिरा दी गई, जबकि मंगलवार (7 मार्च) को सबरूम में एक छोटी प्रतिमा ढहा दी गई। इसके लिए सीपीएम और बंगाल में इसकी धुर विरोधी तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है।
बता दें कि त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसकी सहयोगी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) ने सभी राजनीतिक जानकारों को चौंकाते हुए विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत दर्ज की है और वाम दलों का बरसों पुराना किला ढह गया। त्रिपुरा में बीजेपी की जीत के कुछ दिनों के अंदर ही प्रतिमाओं को गिरा दिया गया।
बेलोनिया में सोमवार को पांच फुट ऊंची फाइबर ग्लास की प्रतिमा गिरा दी गई. जबकि सबरूम में एक छोटी प्रतिमा ढहा दी गई। यह जानकारी जिला पुलिस अधीक्षक मोनचाक इप्पर ने दी। दिल्ली में एक अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य के राज्यपाल तथागत राय और पुलिस महानिदेशक से बात की और नई सरकार के कार्यभार संभालने तक शांति सुनिश्चित करने के लिए कहा है।
त्रिपुरा में बीजेपी की सरकार बनने से पहले ही समर्थकों ने बुलडोजर की मदद से गिराई लेनिन की मूर्ति
त्रिपुरा में बीजेपी की सरकार बनने से पहले ही समर्थकों ने बुलडोजर की मदद से गिराई लेनिन की मूर्ति, लगाए ‘भारत माता की जय’ के नारेhttps://www.jantakareporter.com/hindi/tripura-bjp-supporters-bulldoze-lenin/175485/
Posted by जनता का रिपोर्टर on Monday, 5 March 2018