राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को बड़ा झटका लगा है। हाल ही में हुए दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के चुनाव जीतकर नवनिर्वाचित अध्यक्ष बने अंकिव बसोया की डिग्री कथित तौर पर फर्जी पाई गई है। बता दें कि अंकिव ने 1744 मतों के अंतर से अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की है। अंकिव बसोया की डिग्री पर कांग्रेस की छात्र इकाई भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने सवाल उठाए हैं।
टाइम्स नाउ के मुताबिक, दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष अंकिव बसोया ने डीयू में एडमिशन के लिए फर्जी प्रमाण पत्र का उपयोग किया। रिपोर्ट के मुताबिक, एनएसयूआई ने दावा किया है कि उनके संगठन के तमिलनाडु के छात्रों ने थिरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी से अंकिव बसोया की मार्कशीट और प्रमाण पत्र की जानकारी मांगी थी। इसके जवाब में थिरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी ने एक कागजात उपलब्ध कराया है।
Newly elected DU President Ankiv Basoya of ABVP, furnished fake marksheet & certificate for admission in DU, from Thiruvalluvar University. When NSUI in Tamil Nadu wrote to the college regarding the authenticity of the marksheet, university replied saying it's a fake certificate pic.twitter.com/YgBHOVZXrx
— TIMES NOW (@TimesNow) September 18, 2018
रिपोर्ट के मुताबिक, विश्वविद्यालय ने कहा है कि जिस मार्कशीट की जानकारी मांगी गई वह एक फर्जी मार्कशीट है। एनएयूआई का दावा है कि अंकित ने गलत मार्कशीट देकर डीयू में एडमिशन ले लिया था। हालांकि अंकित बसोया ने इसका खंडन किया है।
उन्होंने टाइम्स नाऊ को दिए गए एक बयान में कहा, ‘मेरा स्नातक वास्तविक है। मैं उनके खिलाफ कार्रवाई करूंगा।’ उन्होंने यह भी कहा, ‘ये लोग जानबूझकर विवाद खड़े कर रहे हैं। पहले इन्होंने ईवीएम पर विवाद खड़ा किया, लेकिन जब हार गए तो अब बेबुनियाद मुद्दे को उठा रहे हैं।’
एबीवीपी की राष्ट्रीय मीडिया संयोजक मोनिका चौधरी ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने अंकिव बसोया के दाखिले के लिए आवश्यक दस्तावेजों का सत्यापन करने के उपरांत ही उन्हें प्रवेश दिया है। यह डीयू में प्रवेश की प्रक्रिया है। डीयू प्रशासन को विश्वविद्यालय में नामांकित किसी भी छात्र के दस्तावेजों को सत्यापित करने का अधिकार है। एनएसयूआई का यह काम नहीं है कि वह किसी भी व्यक्ति को प्रमाण-पत्र प्रदान करे या सत्यापित करे।
सोशल मीडिया पर यूजर्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से जुड़े कथित डिग्री विवाद को लेकर तंज कस रहे हैं।
RSS के बगलबच्चा संगठन ABVP में सिर्फ फर्जी लोग ही हैं। इसके एक और उदाहरण डीयू छात्रसंघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष निकले।#ShameonABVP #ShameonModi
— Akash Pandey (@iakashpandey) September 18, 2018
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष भी नरेंद्र मोदी एवं स्मृति ईरानी के पदचिन्हों पर डीयू में एडमिशन के लिए फेक प्रमाण पत्र का किया उपयोग।@Fairoz_JK#FakeABVP pic.twitter.com/oXKA6xTqJB
— Saurabh Srivastava (@saurabhsri87) September 18, 2018
डीयू के छात्र संघ अध्यक्ष अबीवीपी के अंकित बसोया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्मृति ईरानी की नकल करने की कोशिश की और पकड़े गए. बड़े बाज़ीगर हैं भाई वो लोग तू तो कुछ सीख लेता. @RahulGandhi @srinivasiyc @DeepakSinghINC @vbwalia @rssurjewala @INCIndia pic.twitter.com/ZOZUoAeBpt
— Kamal Saangwan (@Mekamalsangwan) September 18, 2018
Evidence shows that the new DUSU ABVP president @AnkivBaisoya_DU got his university admission on a FAKE DEGREE!
So he may not be qualified enough for admission to DU, but has proven himself to be a true Modi follower and seems qualified to get into BJP leadership. pic.twitter.com/XW52rnySbq
— Anupam | अनुपम (@AnupamConnects) September 18, 2018
Future Modi, A PM candidate of BJP is born. Newly elected DU President Ankiv Basoya of ABVP, furnished fake marksheet & certificate The university replied saying it's a fake certificate #AnkivBasoya #dusuelections2018 pic.twitter.com/PAManA1slH
— Arun Mysore (@arunmsk) September 18, 2018
बता दें कि 13 सितंबर को आए डूसू चुनाव परिणामों में चार प्रमुख पदों में एबीवीपी की अंकिव बसोया ने 1744 मतों के अंतर से अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की। इसी संगठन के शक्ति सिंह को उपाध्यक्ष घोषित किया गया है। उन्होंने 7673 मतों के अंतर से जीत हासिल की है। एनएसयूआई के आकाश चौधरी सचिव पद पर जीतने में कामयाब रहे वहीं संयुक्त सचिव पद एबीवीपी की ज्योति को मिला है।