सोमवार को एनडीटीवी ने अपने संस्थान से 70 कर्मचारियों हटाने की बात कहीं थी। एनडीटीवी ने निर्णय लिया था कि वह संस्थान का पुनर्गठन करने के लिए 70 कर्मचारियों को कम करने का फैसला कर रहा है।
एक ताजा विवाद में एनडीटीवी की निधि राजदान और एनडीटीवी पूर्व कार्यक्रम प्रस्तोता बरखा दत्त आपस में भिड़ गई।
आपको बता दे कि बरखा दत्त पिछले 21 वर्षो से एनडीटीवी के साथ जुड़ी रही हैं। जनवरी में उन्होंने एनडीटीवी छोड़कर अपनी खुद की कम्पनी मोजो शुरू की थी।
‘मोजो’ के इसी नाम पर निधि राजदान और बरखा दत्त आपस में टिव्टर पर भिड़ गई।
जब बरखा दत्त ने मोजो की शुरूआत की तो इसमें कई इवेंट शुरू किए इसके शुरूआती प्रोग्राम में करण जोहर व कई अन्य मेहमानों ने शिरकत की थी।
जबकि एनडीटीवी भी मोजो को लेकर अपना ध्यान केन्द्रित कर रहा है। मोजो का मतलब यहां मोबाइल जर्नलिज्म से निकला जा रहा है। जिसके बारें में एनडीटीवी का कहना है कि वह अब मोजो पर ही ध्यान बनाऐां
जबकि इसके बाद बरखा दत्त ने अपने पुराने शो के नामों का हवाला देते हुए कहा कि क्या वह भी अपने लिए इन नामों का इस्तेमाल कर सकती है। यह विवाद सोशल मीडिया की ताजा सुर्खियों मे छा गया जब एक ही संस्थान की दो कर्मचारी आपस में भिड़ गई