उत्तर प्रदेश के वाराणसी से सटे चंदौली जिले में रविवार सुबह एक 17 वर्षीय मुस्लिम युवक खालिद को ‘जय श्री राम’ नहीं बोलेने पर कथित तौर पर मिट्टी का तेल छिड़क कर जलाए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया था। झुलसे युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मंगलवार को युवक ने दम तोड़ दिया। हालांकि, चंदौली के एसपी के मुताबिक एक चश्मदीद गवाह ने खालिद को खुद को आग लगाते देखा था।
मृतक युवक के परिजनों का आरोप है कि चंदौली में कथित रूप से जय श्री राम न बोलने पर खालिद को जिंदा जला दिया गया। युवक की हालत गंभीर बनी हुई थी और अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। पीड़ित नाबालिग युवक ने दावा किया था कि जय श्री राम न बोलने की सजा उसे दी गई है। हालांकि, पुलिस ने युवक और उसके परिजनों के दावों को खारिज कर दिया है। पुलिस का कहना है कि पीड़ित नाबालिग युवक बार-बार बयान बदल रहा था। एएनआई के मुताबिक, चंदौली के एसपी ने बताया कि एक चश्मदीद गवाह ने खालिद को खुद को आग लगाते देखा था।
Khalid, a 17-year-old boy whose family had alleged he was set ablaze by some people when he refused to chant 'Jai Sri Ram' in Chandauli on 28 July, succumbed to his injuries, today. According to SP Chandauli, an eye witness had seen Khalid set himself ablaze. (file pic) pic.twitter.com/Jr3mI8UO49
— ANI (@ANI) July 30, 2019
रिपोर्ट के मुताबिक, चंदौली जिला में ‘जय श्री राम’ नहीं बोलने पर चार लोगों ने 17 वर्षीय खालिद अंसारी को आग लगा दी। मामला रविवार रात का है। लड़के को वाराणसी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां मंगलवार को उसने दम तोड़ दिया। लड़का 50 प्रतिशत से अधिक जल चुका था और उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी।
Chandauli: Family of a 17-yr-old boy, Khalid, alleged he was set ablaze by some people when he refused to chant 'Jai Sri Ram'.SP Chandauli says that boy has given different statements which were found to be false in investigation, eye witness saw him setting himself ablaze.(28.7) pic.twitter.com/KpfaepUGBj
— ANI UP (@ANINewsUP) July 29, 2019
नाबालिग ने आरोप लगाया था कि उसे ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए कहा गया लेकिन जब उसने बोलने से इनकार कर दिया तो कथित तौर पर उसे जिंदा जला दिया गया। युवक ने आज तक से बताया था, ‘दुधारी पुल पर टहलने गए थे। वहां से चार लोगों ने मुझे अगवा कर लिया। फिर उनमें से दो लोगों ने मेरे हाथ पकड़ लिए और उन्होंने मुंह ढक रखा था। एक बोला सुनील इस पर मिट्टी का तेल छिड़क दो। माचिस लगा दो, खुद-ब-खुद मर जाएगा। जिसके बाद मिट्टी का तेल छिड़ककर और माचिस जलाकर वे लोग भाग गए।’
आजतक के मुताबिक, जब पीड़ित युवक से सवाल पूछा गया कि क्यों आपको मारा तो किशोर ने जवाब दिया कि उसने ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने से इनकार कर दिया था। वहीं, पुलिस इस बयान को विरोधाभासी बताती आ रही है। चंदौली के एसपी का कहना है कि लड़के ने बार-बार अपना बयान बदला है। पुलिस का ऐसा लग रहा है कि उसे किसी ने सिखाया है। पुलिस के मुताबिक, उसके बयान पर शक जताया जा रहा है। हालांकि, पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है।
आईएएनएस के मुताबिक, अस्पताल के कैमरा में लड़के ने बयान दिया कि ‘जय श्री राम’ बोलने से मना करने पर उसे आग लगा दी गई। उसने कहा, “मैं दुधारी पुल पर टहल रहा था जब चार लोगों ने मेरा अपहरण कर लिया। उनमें से दो लोगों ने मेरे हाथ बाध दिए और तीसरा व्यक्ति मेरे ऊपर केरोसिन तेल डालने लगा। इसके बाद उन्होंने आग लगा दी और भाग गए।” उसने बाद में कहा कि उसे ‘जय श्री राम’ बोलने के लिए मजबूर किया गया था। पुलिस हालांकि पूरे मामले को संदिग्ध मान रही है।