जहां एक तरफ मध्य प्रदेश के मंदसौर में भड़की किसान आंदोलन को शांत कराने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तरह-तरह के कार्य कर रही है वहीं दूसरी और कांग्रेसी नेता अपने भड़काऊ बयान देने से बाज नही आ रहें है। मध्यप्रदेश के मंदसौर जिले में किसान आंदोलन के दौरान छह किसानों की मौत पर सियासी संग्राम छिड़ गया है। प्रदेश में किसान आंदोलन थमने के बाद अब एक और कांग्रेसी नेता की वीडियो क्लिप सामने आई हैं, जिसमें वह भड़काऊ भाषण देते हुए नजर आ रहे हैं।
समाचार एंजेसी ANI के मुताबिक, सतना के जिला कांग्रेस अध्यक्ष दिलीप मिश्रा, जिन्होंने किसान आंदोलन के दौरान सिंहपुर गांव में किसानों की एक सभा में भड़काऊ भाषण देते हुए कहा कि आज हम इस बात की कसम खाकर जा रहे है कि मध्यप्रदेश नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया की अगुवाई में जिले का किसान भी इस सरकार के ऊपर गोली चलाएगा।
साथ ही उन्होंने कहा कि, मैं इस सभा के माध्यम से अपील करता हूं कि आने वाले समय में मध्यप्रदेश की जनता भी इस सरकार के ऊपर गोली चलाएगी। दिलीप मिश्रा का विवादित वीडियो वायरल होने के बाद जिले में पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं जिला कलेक्टर ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए कहा कि कानून तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
#WATCH Congress' Dilip Mishra says,Satna's farmers will fire on MP Govt under leadership of senior Cong leader Ajay Singh (aka Rahul bhaiya) pic.twitter.com/UfhxbCP0nx
— ANI (@ANI) June 12, 2017
गौरतलब है कि, इतना ही नही इससे पहले भी मध्य प्रदेश में किसानों को भड़काने वाले कुछ कांग्रेस नेताओं के वीडियो सामने आए हैं। इससे पहले शिवपुरी की विधायक शकुंतला भीड़ को उकसाती हुई नजर आई थी, वो कुछ लोगों को थाने में आग लगा देने के लिए कहती दिख रही थी। वहीं एक और कांग्रेस के नेता और रतलाम जिला पंचायत के उपाध्यक्ष डीपी धाकड़ ने अपने भाषण में कहा था कि कि मेरी बात सुनो ये दम रखना है कि एक भी गाड़ी आ जाए तो जला दो। थाना-पुलिस से डरने की जरूरत नहीं है।
गौरतलब है कि, मध्यप्रदेश में चल रहे किसान आंदोलन के दसवें दिन शनिवार(10 जून) को भोपाल के दशहरा मैदान में ‘शांति बहाली के लिये’ अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार(11 जून) को उपवास तोड़ दिया था। बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें जूस पिलाकर उपवास तुड़वाया था।