देश की राजधानी दिल्ली के आईटीओ पर स्काईवॉक को भले ही दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी ने तैयार किया है, लेकिन 15 अक्टूबर को होने वाले इस उद्घाटन समारोह में न तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और न ही पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर को आमंत्रित किया गया है। इसका कारण केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच जारी अनबन को बताया जा रहा है।
आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा भेजे गए निमंत्रण में उपराज्यपाल अनिल बैजल और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नेता और सांसद मीनाक्षी लेखी का नाम है, लेकिन आम आदमी पार्टी(आप) के किसी भी मंत्री या विधायक का नाम शामिल नहीं है।
हालांकि, इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल चुप नहीं बैठे और उन्होंने कार्यक्रम में न बुलाए जाने का दर्द साझा किया और एक तरह से केंद्र सरकार पर तंज भी कसा। सीएम केजरीवाल ने शुक्रवार को एक खबर को शेयर करते हुए लिखा, “कोई बात नहीं। हमें तो काम करने से मतलब है। दिल्ली अच्छी बननी चाहिए। दिल्ली के लोगों की ज़िंदगी में सुधार होना चाहिए। बस। उद्घाटन आपको मुबारक।”
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर सत्येंद्र जैन से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि काम बंटे हुए हैं। मेरा काम स्काईवॉक को बनाना था और वे इसका उद्घाटन कर लें। जैन ने कहा कि हमारे काम में अड़चनें पैदा न की जाएं और काम करने दिया जाए। बहुत सारे प्रॉजेक्ट बना देंगे और वे उनका उद्घाटन कर लें।
समाचार एजेंसी आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी 15 अक्टूबर को स्काईवॉक का उद्धाटन करेंगे। आमंत्रण के अनुसार, “आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय आपको आईटीओ में ‘डब्ल्यू’ बिंदु पर स्थित स्काईवॉक और एफओबी (फुट ओवर ब्रिज) के उद्घाटन समारोह में आमंत्रित करता है। केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री हरदीप सिंह 15 अक्टूबर दोपहर तीन बजे प्रगति मैदान मेट्रो स्टेशन के पास स्थित स्काईवॉक का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान उपराज्यपाल अनिल बैजल और सांसद मीनाक्षी लेखी भी मौजूद होंगी।”
दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा निर्मित स्काईवॉक का उद्देश्य मथुरा रोड, तिलक मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग और सिकंदर रोड पर पैदल यात्रियों की आवाजाही को आसान करना है।