उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने राष्ट्रीय राजधानी में भी राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) को लागू कराने की मांग की है ताकि यहां पर आए अप्रवासियों की पहचान की जा सके। उनका दावा है कि दिल्ली में हालात खतरनाक स्तर पर पहुंच गए हैं।
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा, “दिल्ली में भी नेशनल रजिस्टर ऑफ़ सिटिज़ंस (एनआरसी) की जरूरत है क्योंकि यहा स्थिति खतरनाक होती जा रही है। यहां पर जो अवैध अप्रवासी बस गए हैं, वो बहुत ही खतरनाक हैं। हम इसे यहां (दिल्ली) भी लागू करेंगे।”
मनोज तिवारी के इस बयान पर कांग्रेस की महिला विंग ने ट्वीट कर उन पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा, मनोज तिवारी जी! जन्म हुआ कैमूर (बिहार) में, पढ़े वाराणसी (यूपी) में, काम किया यूपी और मुंबई में, चुनाव लड़े गोरखपुर और दिल्ली में और बात कर रहे हैं दिल्ली से अप्रवासियों को बाहर करने की।’
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले उनका यह ऐलान काफी अहम माना जा रहा है। बता दें कि, शनिवार को असम सरकार ने एनआरसी की फाइनल लिस्ट जारी की है।
So Manoj Tiwari ji
Born in Kaimur, Bihar
Studied in Varanasi, UP
Worked in Mumbai, Maharshtra
Contested in Gorakhpur, UP
Contested again in DelhiIs talking about throwing immigrants away from Delhi.
Irony wants a change of name! https://t.co/aUGfqYIewt— All India Mahila Congress (@MahilaCongress) August 31, 2019
असम सरकार ने जो एनआरसी की फाइनल लिस्ट जारी की है उसमें 19 लाख लोगों का नाम नहीं है। मतलब उन्हें एक तरीके से विदेशी या भारत का नागरिक नहीं माना गया है। एनआरसी की फाइनल लिस्ट में 3,11,21,004 लोग जगह बनाने में सफल हुए हैं।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, एनआरसी के स्टेट कॉर्डिनेटर प्रतीक हजेला ने बताया कि 3 करोड़ 11 लाख 21 हजार चार लोगों का एनआरसी की फाइनल लिस्ट में जगह मिली और 19,06,657 लोगों को बाहर कर दिया गया। इसके परिणाम से जो लोग इससे संतुष्ट नहीं है, वे फॉरनर्स ट्रिब्यूनल के आगे अपील दाखिल कर सकते हैं।