गोवा में मनोहर पर्रिकर की सरकार के शहरी और देश नियोजन मंत्री विजय सरदेसाई ने उत्तर भारतीय पर्यटकों को लेकर विवादित बयान देते हुए उन्हें धरती पर गंदगी बताया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तर भारतीय गोवा को हरियाणा जैसा बनाना चाहते हैं। बता दें कि, सरदेसाई गोवा फॉर्वड पार्टी के अध्यक्ष हैं जिन्होंने गोवा में बीजेपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई है।
नवभारतटाइम्स.कॉम में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, गोवा बिज फेस्ट में बात करते हुए विजय सरदेसाई ने कहा कि, ‘आज गोवा की आबादी पर्यटकों के रूप में लगभग छह गुना है, ये पर्यटक धरती पर गंदगी हैं।’ अपने संबोधन में विजय ने उत्तरी भारत पर्यटकों को भारी बाढ़ जैसा बताया और कहा कि हम गोवा को दूसरा गुरुग्राम नहीं बनने देना चाहते। मंत्री ने कहा, ‘गोवा में आज जो भी समस्या है उसके लिए उत्तर भारतीय राज्य जिम्मेदार हैं। इन राज्यों से आने वाले लोग वास्तव में गोवा को हरियाणा बनाना चाहते हैं।’
ख़बर के मुताबिक, विजय सरदेसाई ने सरकार की सस्ती घरेलू पर्यटन पॉलिसी की भी आलोचना की। उन्होंने कहा कि सरकार की पॉलिसी की वजह से ही राज्य में 1.2 करोड़ टूरिस्ट आ जाते हैं। उत्तर भारत से आने वाले पर्यटक गोवा में गंदगी और सफाई के मुद्दे को और मुश्किल बना रहे हैं।
वहीं बीचों और शहरों में बढ़ रहे कचरे की समस्या को उजागर करते हुए मंत्री ने कहा कि जब से गोवा आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है, उन्हें साफ-सफाई रखने के लिए शिक्षित और नियंत्रित नहीं किया जा पा रहा है। हमें ऐसे कानून लाने की जरूरत है जो आपको टैक्स देने, जुर्माना देने और कानून का पालन करने के लिए मजबूर कर देंगे।
जनसत्ता.कॉम में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान सरदेसाई ने कहा ‘दिल्ली, हरियाणा और गुरुग्राम से आने वालों की एक प्रवृति है कि वे सब कुछ हड़पना चाहते हैं। गोवा में रहने का हमारा तरीका अलग है। पचास साल पहले हमने जंग लड़ी और महाराष्ट्र के साथ जुड़ने से इनकार कर दिया था। अब हम एक अलग तरह की जंग लड़ रहे हैं जहां पर ऐसे लोग आकर हमारी प्रकृति पर प्रभाव डाल रहे हैं। वे यहां आते हैं और प्लोट खरीदकर बिल्डिंग बनाना शुरू कर देते हैं।’
बता दें कि, इससे पहले गोवा के जल संसाधन मंत्री विनोद पालयेकर ने विवादित बयान देते हुए कर्नाटक की जनता को ‘हरामी’ करार दे दिया था। पालयेकर ने नदी के जल विवाद को लेकर 13 जनवरी को कर्नाटक के लोगों के लिए अपशब्द का इस्तेमाल करते हुए गाली तक दे दिया।