एग्जिट पोल 2019: महाराष्ट्र और हरियाणा में भाजपा की शानदार जीत के आसार

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महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार (21 अक्टूबर) को मतदान किया गया। महाराष्ट्र की 288 और हरियाणा की 90 सीटों पर वोट डाले गए। दोनों की राज्यों में मतदान प्रक्रिया समाप्त होने के बाद आए विभिन्न एग्जिट पोल में भाजपा की सरकार बनती हुई दिखाई दे रही है तथा मुख्य विपक्षी कांग्रेस को भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा। एग्जिट पोल में जहां महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाले भाजपा-शिवसेना गठबंधन की शानदार वापसी करने की पूरी संभावना जताई गई है। तो वहीं दूसरी तरफ हरियाणा में भाजपा अपने दम पर सरकार बनाते हुए दिखाई दे रही है।

फाइल फोटो

छह एग्जिट पोल में से चार ने भविष्यवाणी की है कि 288 सदस्यीय विधानसभा में 200 से अधिक सीटों के साथ सत्तारूढ़ भगवा गठबंधन फिर से जबरदस्त बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज होगा। वहीं, हरियाणा की प्रमुख क्षेत्रीय पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) से अलग होकर अस्तित्व में आई जननायक जनता पार्टी (जजपा) द्वारा हरियाणा में उसके पहले विधानसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने की संभावना एग्जिट पोल में जताई गई है।

टाइम्स नाउ के महाराष्ट्र के एग्जिट पोल ने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों को 48 सीटें देते हुए भाजपा-शिवसेना गठबंधन के लिए 230 सीटों की भविष्यवाणी की है। टाइम्स नाउ के एग्जिट पोल ने अन्य राजनीतिक दलों को केवल 10 सीटें मिलने का अनुमान लगाया है। इंडिया टुडे-माई एक्सिस पोल ने हालांकि भाजपा-शिवसेनागठबंधन के लिए इतनी एकतरफा जीत की संभावना नहीं जताई है लेकिन फिर भी गठबंधन को 181 सीटें मिलने की बात कही है। इसने कांग्रेस-राकांपा गठबंधन को 81 सीटें दी हैं, जबकि 26 सीटें छोटी पार्टियों के पास रहने के आसार बताए हैं।

सीएनएन न्यूज18-आईपीएसओएस के एग्जिट पोल ने भाजपा-शिवसेना के गठबंधन के लिए प्रचंड जीत की संभावना जताई है। इसने किसी भी एग्जिट पोल से कहीं अधिक गठबंधन द्वारा 243 सीटें जीतने की संभावना जताई है। इसने कांग्रेस और उसके सहयोगियों को सिर्फ 41 सीटें और अन्य को महज चार सीटें दी हैं।

वहीं, हरियाणा के एग्जिट पोल में जजपा के अच्छा प्रदर्शन करने की संभावना जताई गई है। जजपा के प्रमुख पूर्व उप-प्रधानमंत्री देवीलाल के पोते अजय चौटाला हैं। उनका अपने पिता और चार बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे ओम प्रकाश चौटाला और भाई अभय चौटाला के साथ मनमुटाव हो गया था, जिसके बाद उन्होंने अपनी अलग पार्टी बनाई।

आईएएनएस और सी-वोटर एग्जिट पोल के अनुसार, हरियाणा में भाजपा के 44.1 और कांग्रेस के 27.7 फीसदी के मुकाबले जजपा को 16.6 फीसदी वोट मिलने की संभावना है। एग्जिट पोल ने संभावना जताई है कि पार्टी को बांगर क्षेत्र में सबसे अधिक 23.3 फीसदी वोट हासिल हो सकते हैं। इसके बाद जजपा को जाटलैंड में 16.6 फीसदी, कुरुक्षेत्र में 15.6 फीसदी और अहिरवाल में 13.2 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं।

जजपा ने विधानसभा चुनावों में सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ा है। इसके संस्थापक अजय चौटाला अपने पिता के साथ उनके 10 साल के कार्यकाल के दौरान एक शिक्षक भर्ती घोटाले में दोषी पाए जाने के बाद जेल में हैं। इनेलो के 19 विधायकों में से चार जजपा में शामिल हो गए थे।

अलग पार्टी बनने के बाद अमेरिका में कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातक दुष्यंत चौटाला (31) जेल में बंद अपने पिता की अनुपस्थिति में पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने चुनाव जीतने पर महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण देने के साथ कई बड़े वादे किए हैं।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 75 से 90 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। पिछले चुनाव में बीजेपी ने यहां 48 सीटें जीतीं थीं, वहीं कांग्रेस के खाते में 17 सीटें आईं थीं। 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा के लिए BJP का मुकाबला कांग्रेस और इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) से है। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)

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