दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री और आम आदमी पार्टी(AAP) से निलंबित नेता कपिल मिश्रा ने शुक्रवार(19 मई) को एक बार फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर कई बड़े आरोप लगाए हैं। एक प्रेस कॉन्फ्रेस कर उन्होंने केजरीवाल पर हवाला कारोबारियों और माफियाओं के साथ में शामिल होने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा देने की मांग की।
कपिल ने कहा कि अगर केजरीवाल की आंखों में थोड़ी सी भी शर्म बची है तो इस्तीफा देकर दिखाएं। साथ ही कपिल मिश्रा ने कहा कि जब तक वह मुख्यमंत्री को जेल की सलाखों के पीछे नहीं पहुंचा देते चुप नहीं बैठूंगा। हालांकि, इस बीच खबर है कि कपिल मिश्रा के प्रेस कॉन्फ्रेंस से लोकायुक्त नाराज हो गए और कपिल को तलब करते हुए उन्हें तुरंत प्रेस कांफ्रेंस को खत्म कर हाजिर होने का आदेश दिया।
दरअसल, कपिल मिश्रा को शुक्रवार को ही सुबह 11.30 बजे लोकायुक्त में पेश होना था, लेकिन उन्होंने अपनी जगह अपने एक प्रतिनिधि को भेज दिया। जिसे लेकर लोकायुक्त नाराज है। लोकायुक्त कोर्ट में कपिल मिश्रा की तरफ से आए प्रतिनिधि ने कहा कि कपिल मिश्रा अगली तारीख पर आ जाएंगे, लेकिन लोकयुक्त नहीं मानी और उन्होंने कहा कि उन्हें आज ही और अभी प्रेस कांफ्रेंस खत्म होते ही कोर्ट में हाजिर होना पड़ेगा।
बता दें कि 9 मई को कपिल ने लोकायुक्त में शिकायत की थी। वकील नीरज कुमार की तरफ से दर्ज कराई गई शिकायत में कपिल ने मांग की थी कि अरविंद केजरीवाल और सतेंद्र जैन के खिलाफ लोकायुक्त जांच करवाएं। इस पर लोकायुक्त ने कपिल मिश्रा को शुक्रवार को तलब किया था।
कपिल ने जान को बताया खतरा
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कपिल मिश्रा ने सीएम केजरीवाल पर नए आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने कालेधन को सफेद करने के लिए नोटबंदी का विरोध किया। साथ ही मिश्रा ने कहा कि नए खुलासों के बाद उन्हें अपनी जान का भी खतरा है।कपिल ने आप के चंदे को लेकर अपने पिछले आरोपों के जवाब में केजरीवाल और आप पार्टी के सदस्यों द्वारा शेयर किए मुकेश कुमार नाम के शख्स के वीडियो को झूठा करार दिया। साथ ही मिश्रा ने हेमप्रकाश शर्मा नाम के व्यक्ति का जिक्र किया और कहा कि उसे बचाने के लिए केजरीवाल और आप ने मुकेश कुमार को आगे कर दिया।