पूर्व किक्रेटर और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के निलंबित सांसद कीर्ति आजाद ने सोमवार(18 फरवरी) को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की और पार्टी में शामिल हो गए। आजाद ने सोमवार की सुबह गांधी के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की। इस दौरान गांधी ने उन्हें कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कराई। कांग्रेस में शामिल होने के बाद कीर्ति आजाद ने कहा कि उनकी ‘घर वापसी’ हुई है।
कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने आजाद का पार्टी में स्वागत करते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘जिसमें थोड़ा भी स्वाभिमान है वह बीजेपी में नहीं रह सकता। भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले कीर्ति आजाद कांग्रेस में शामिल हुए हैं।’
वहीं कीर्ति आजाद ने कहा, ‘मैंने 26 साल तक बीजेपी की सेवा की। लेकिन जबसे यह सरकार बनी, तबसे उनका असली चेहरा सामने आने लगा। मैं अपने पिता भगवत झा आजाद की पार्टी में आया हूं, मैंने घर वापसी की है।” उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने देश की अखण्डता के लिए काम किया, मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि राहुल गांधी जी ने मुझे अपनाया है।’
आजाद ने दावा किया, ‘पांच साल तक सिर्फ जुमले सुने हैं। डीडीसीए के कागजात मेरे पास थे। उसके भ्रष्टाचार की बात कर रहा था। लेकिन मेरी नहीं सुनी गई।” उन्होंने कहा, “जब सब कागजात रखे तो मेरी पीठ में छुरा घोंपा गया। फिर यह समझ आ गया कि ‘न खाऊंगा न खाने दूंगा’ भी एक जुमला साबित हुआ।” आजाद ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है।
इससे पहले आजाद ने ट्वीट कर कहा था कि, “आज सुबह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जी ने मुझे कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कराई। मैंने मिथिला की परंपरा में उनको मखाना की माला, पाग, चादर भेंटकर सम्मानित किया।” बता दें कि, गत शुक्रवार को ही आजाद को कांग्रेस में शामिल होना था, लेकिन पुलवामा आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था।
आज सुबह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री @RahulGandhi जी ने मुझे कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कराई मैंने मिथिला की परंपरा में उनको मखाना की माला, पाग, चादर से सम्मानित किया।
Today in front of Shri Rahul Gandhi I joined the Congress I felicitated him in traditional Mithila style pic.twitter.com/B9DQwCM207— Kirti Azad (@KirtiAzadMP) February 18, 2019
बता दें कि कीर्ति आजाद के राजनीतिक करियर की शुरुआत 1993 में बीजेपी के विधायक के रूप में दिल्ली की गोल मार्केट विधानसभा सीट से हुई थी। वे 1993 से 1998 तक दिल्ली विधानसभा के सदस्य रहे। इसके बाद वे लोकसभा चुनाव में जीतने के बाद तीन बार बीजेपी की टिकट पर दरभंगा से सांसद बने।
बिहार के दरभंगा से सांसद कीर्ति आजाद को दिल्ली जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में कथित भ्रष्टाचार के मामले में वित्त मंत्री अरुण जेटली पर सार्वजनिक रूप से निशाना साधने के बाद 2015 में उन्हें बीजेपी से निलंबित कर दिया गया था।बता दें कि कीर्ति आजाद लंबे समय से मोदी सरकार नीतियों की भी आलोचना कर रहे हैं। (इंपुट: भाषा के साथ)