शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट पर मचे सियासी घमासान के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विरोधी दलों पर जोरदार हमला बोला है। केजरीवाल ने कहा कि हर चुनाव से पहले मुझसे जुड़ी चीजों, यहां तक कि मेरे चप्पल और स्वेटर भी बारीकी से ध्यान दिया जाता है, जबकि बीजेपी वालों को लेकर ऐसा कुछ नहीं होता।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केजरीवाल ने कहा कि उन्हें (विरोध दलों) एमसीडी में करप्शन नहीं दिखता। जब भी चुनाव आता है, वे बस केजरीवाल के पीछे पड़ जाते हैं, जैसे कि केजरीवाल ने आज क्या स्वेटर या चप्पल पहनी है। सीएम ने राजौरी गार्डन विधानसभा क्षेत्र के लिए उपचुनाव से पहले एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए यह बता कही।
साथ ही केजरीवाल ने दावा किया कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को फर्जी आरोपों को लेकर जल्द ही ‘गिरफ्तार’किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी ने सत्ता, एजुकेशन और हेल्थ में माफियागीरी को खत्म कर दिया है, जिस वजह से विपक्षी दल और बिजनेस घराने हमारे पीछे पड़े हैं।
शुंगलू कमेटी में केजरीवाल सरकार पर उठा सवाल
बता दें कि शुंगलू कमेटी की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि केजरीवाल सरकार द्वारा प्रशासनिक फैसलों में संविधान और प्रक्रिया संबंधी नियमों का उल्लंघन किया गया है। सितंबर 2016 में तत्कालीन उपराज्यपाल नजीब जंग द्वारा केजरीवाल सरकार के फैसलों की समीक्षा के लिए गठित शुंगलू समिति ने सरकार के कुल 440 फैसलों से जुड़ी फाइलों को खंगाला। इनमें से 36 मामलों में फैसले लंबित होने के कारण इनकी फाइलें सरकार को लौटा दी गयी थीं।
पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक वीके शुंगलू की अध्यक्षता वाली समिति ने केजरीवाल सरकार के फैसलों से जुड़ी 404 फाइलों की जांच कर इनमें संवैधानिक प्रावधानों के अलावा प्रशासनिक प्रक्रिया संबंधी नियमों की अनदेखी किये जाने का खुलासा किया है। इसके लिये समिति ने सरकार के मुख्य सचिव, विधि एवं वित्त सचिव सहित अन्य अहम विभागीय सचिवों को तलब कर सरकार के इन फैसलों में संबद्ध अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की है।