उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के दिन तिरंगा यात्रा के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा का मामला अभी पूरी तरह से शांत भी नहीं हुआ की मंगलवार (30 जनवरी) को कर्नाटक के बीदर में मुस्लिम इलाके में जबरदस्ती जुलुस निकालने की कोशिश में जुड़े भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, पुलिस के द्वारा की गई इस लाठीचार्ज में 10 प्रदर्शनकारी घायल हो गए। इलाके में बीती 28 जनवरी को कथित तौर पर एक 20 वर्षीय छात्रा के हत्या कर दी गई थी और प्रदर्शनकारी उसी महिला की हत्या के विरोध में मुस्लिम इलाके से जुलूस निकाल रहे थे।
इस जुलुस की अगुवाई स्थानीय सांसद भगवंत खुबा कर रहे थे। जिसके आदेश पर भगवा कार्यकर्त्ता गुटों में बंटकर पुराने बिदर इलाके में जुलूस निकाले पहुंचे, इस दौरान पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने पहले कस्बे के अंबेडकर सर्किल में प्रदर्शन करने की अनुमति दी थी। लेकिन जब प्रदर्शनकारियों ने डिप्टी कमिश्नर को ज्ञापन दिया और फिर गुटों में बंटकर पुराने बिदर इलाके में जुलूस निकाला तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने मुस्लिम इलाके से जुलूस निकालने की मांग की थी, जिसे खारिज कर दिया गया था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने डिप्टी कमिशनर को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें कहा गया है कि जिस महिला की हत्या की गई, उसके घरवालों को 25 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए, परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए और मामले की न्यायिक जांच कराई जाए।
पुलिस ने बताया कि उन्होंने मामले को काबू में लाने के लिए नेताओं को गिरफ्तार किया और प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए उन पर लाठीचार्ज किया। पुलिस के लाठीचार्ज के बाद से इलाके में तनाव बना हुआ है।
पुलिस के मुताबिक, जिले के भालकी तालुक की एक छात्रा को उसके प्रेमी ने द्वारा ठुकराए जाने के बाद हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप प्रेमी और 24 वर्षीय उसके पड़ोसी शमसुद्दीन पर है। शमसुद्दीन ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है।
गौरतलब है कि, उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के मौके पर तिरंगा यात्रा के दौरान दो समुदायों में भिड़ंत हो गई जिससे तनाव व्याप्त हो गया। इस दौरान दोनों समुदायों की और से जमकर पथराव और आगजनी की गई। इस हिंसा में 22 वर्षीय चंदन गुप्ता नाम के युवक की जान चली गई थी, वहीं अकरम नाम के एक युवक की एक आंख फोड़ दी गई थी।