इरफान पठान बोले- अलग धर्म वालों को सोसाइटी में घर नहीं मिलना भी नस्लवाद, क्रिकेटरों और सेलिब्रिटिज की चुप्पी पर सोशल मीडिया पर फूटा लोगों का गुस्सा

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अमेरिका में अश्वेत शख्स जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद कई देशों में नस्लवाद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने अपने अनुभव शेयर किए। इस बीच, पूर्व भारतीय क्रिकेटर इरफान पठान भी इस लड़ाई में आगे आए हैं। उन्होंने जोर देकर कहा है कि नस्लवाद सिर्फ त्वचा के रंग तक सीमित नहीं है।

इरफान पठान ने मंगलवार (9 जून) को ट्वीट कर कहा, “नस्लवाद सिर्फ आपकी त्वचा के रंग तक सीमित नहीं है। यदि आपका विश्वास अलग है और उसकी वजह से सोसाइटी में घर नहीं मिलता, तो वह भी एक तरह का नस्लवाद है।”

उनका यह ट्वीट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। उनके इस ट्वीट तमाम यूजर्स भी अपनी प्रतिक्रियाएं दी, कई लोगों ने उनका समर्थन किया तो कईयों ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर को ट्रोल करने की कोशिश की। इरफान ने ऐसे लोगों को बुधवार को जवाब दिया।

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मेरी राय हमेशा एक भारतीय के रूप और भारत के लिए है। मैं नहीं रुकूंगा।’ उनका यह भी ट्वीट भी सोशल मीडिया पर आग की तरह वायरल हो गया।

वहीं, देश में नस्लवाद के मुद्दे पर क्रिकेटरों और सेलिब्रिटिज की चुप्पी को लेकर भी तमाम सोशल मीडिया यूजर्स ने सवाल उठाए।

देखें कुछ ऐसे ही ट्वीट

भारतीय क्रिकेट में एक समय अपनी स्विंग गेंदबाज़ी का लोहा मनवा चुके इरफान पठान ने इसी साल 4 जनवरी को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की थी। वह अपने करियर के दौरान अधिकतर समय चोटों से जूझते रहे जिसके कारण अपनी वास्तविक क्षमता दिखाने में भी नाकाम रहे। उन्होंने अपना आखिरी प्रतिस्पर्धी मैच फरवरी 2019 में जम्मू कश्मीर की तरफ से सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में खेला था।

भारत की तरफ से आखिरी मैच अक्टूबर 2012 में खेलने वाले इरफान ने 29 टेस्ट मैचों में 1105 रन बनाए और 100 विकेट लिए। उन्होंने 120 वनडे में 1544 रन बनाने के अलावा 173 विकेट हासिल किये और 24 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 172 रन बनाये और 28 विकेट लिये। वह विश्व टी20 चैंपियनशिप 2007 में खिताब जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे और पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल मैच में उन्हें मैन आफ द मैच चुना गया था।

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