आतंकी सबजार के मारे जाने के बाद घाटी में तनाव, अलगाववादियों ने बुलाया दो दिन का बंद, कर्फ्यू लागू

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आतंकी बुरहान वानी के बाद घाटी में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर और आतंकियों के पोस्टर बॉय बने सबजार अहमद बट को सुरक्षा बलों द्वारा मुठभेड़ में ढेर किए जाने के बाद कश्मीर में तनाव का माहौल है। अलगाववादी नेता माहौल को और ज्यादा बिगाड़ने की कोशिश में जुट गए हैं। बता दें कि हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद उसकी जगह लेने वाला सबजार कश्मीर के पुलवामा जिले में शनिवार(27 मई) को त्राल इलाके में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया।

फोटो: NDTV

अलगाववादियों ने न सिर्फ रविवार से घाटी में 2 दिनों के बंद का आह्वान किया है, बल्कि मारे गए आतंकियों को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों से त्राल में मार्च निकालने की अपील की है। इस बीच प्रशासन ने रविवार से श्रीनगर के 7 थाना क्षेत्रों में एहतियातन कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया है। अफवाह फैलाए जाने से रोकने के लिए समूची घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।

अलगाववादियों के संगठन हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के दोनों धड़ों ने सबजार के मारे जाने के बाद प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बल प्रयोग के विरोध में घाटी में रविवार और सोमवार को बंद बुलाया है। अलगाववादी नेताओं सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक के साथ-साथ जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के प्रमुख यासीन मलिक ने श्रीनगर में जारी एक बयान में कहा कि हम निहत्थे लोगों के खिलाफ बल के बर्बर प्रयोग की निंदा करते हैं। इसमें सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। हम रविवार और सोमवार को हड़ताल का आह्वान करते हैं।

अलगाववादियों ने घाटी में लोगों से बड़ी संख्या में त्राल में मारे गए आतंकवादियों को श्रद्धांजलि देने के लिए उपस्थित होने को कहा है। बट के मारे जाने की खबर जंगल में आग की तरह फैली और देखते ही देखते घाटी में 50 से अधिक जगहों पर हिंसा शुरू हो गई। पत्थरबाजी करने वाले युवक श्रीनगर, त्राल और घाटी के कई बड़े और छोटे शहरों में सड़कों पर उतर आए और सुरक्षा बलों पर हमला किया।

त्राल में उप जिला अस्पताल के एक अधिकारी के अनुसार 19 घायलों को वहां भर्ती कराया गया है। इनमें से 6 को गोली लगी है जबकि 13 अन्य को छर्रे लगे हैं। सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष के दौरान अनंतनाग जिले में मट्टन इलाके में एक किशोर समीर अहमद के सिर में आंसू गैस का गोला लगा। उसे यहां एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर है।

शोपियां जिले में इसी तरह के हिंसक प्रदर्शन में 5 लोग घायल हुए हैं। त्राल स्थित उप जिला अस्पताल के अधिकारी ने बताया कि समूची घाटी में घायल हुए लोगों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि, कई हिस्सों से संघर्ष की खबरें आ रही हैं। अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर में संघर्ष में 5 पुलिसवाले भी घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घाटी में हालात बिगड़ने पर घबराए लोग श्रीनगर में अपने घरों की ओर भागे जिससे यातायात जाम हो गया और स्कूलों को निर्धारित समय से 3 घंटे पहले बंद कर दिया गया।

घाटी में एहतियाती उपाय के तौर पर मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है, लेकिन बीएसएनएल की ब्रॉडबैंड सेवा सामान्य तरीके से काम कर रही है। यह कदम सरकार के 22 सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर से एक महीने से चला आ रहा प्रतिबंध हटाने के कुछ ही घंटे बाद उठाया गया है। अधिकारियों ने हिंसक प्रदर्शनों को रोकने के लिए रविवार को श्रीनगर में 7 थानों के तहत क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है।

श्रीनगर के जिलाधिकारी फारूक लोन ने कहा कि एहतियाती कदम के तहत शहर में 7 थाना क्षेत्रों में कल (रविवार) कर्फ्यू लगाया जाएगा। जिन थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया जाएगा उसमें खानयार, क्रालखुद, महाराजगंज, मैसुमा, नौहट्टा, रैनावाड़ी और सफाकदल शामिल हैं। लोन ने कहा कि शहर में शिक्षण संस्थान सोमवार को बंद रहेंगे।

photo- दैनिक भास्कर

श्रीनगर के डीएम ने कहा कि CET और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठ रहे छात्रों के प्रवेश पत्र को कर्फ्यू पास माना जाएगा। परीक्षक के तौर पर तैनात कर्मचारी परीक्षा केंद्र और अपने घर जाने के लिए पहचान पत्रों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस बीच उत्तरी कमान के एक प्रवक्ता ने जम्मू में बताया कि सुरक्षा बलों के अथक अभियानों में पिछले 24 घंटे में 10 आतंकवादी मारे गए हैं।

गौरतलब है कि कश्मीर घाटी के विभिन्न हिस्सों में शनिवार(27 मई) को सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों को भारी नुकसान पहुंचाते हुए सबजार अहमद भट समेत 10 आतंकवादियों को मार गिराया, जिसके बाद यहां तनाव का माहौल है। सबजार ने पिछले साल जुलाई में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद उसकी जगह ली थी।

शनिवार को ही सेना ने रामपुर सेक्टर में नियंत्रण रेखा के उस पार से घुसपैठ के एक बड़े प्रयास को भी नाकाम कर दिया। इसमें 6 आतंकवादी मारे गए। सेना ने बताया कि सुरक्षा बलों ने तड़के संदिग्ध गतिविधियां देखीं जिसके बाद दोनों तरफ से भीषण गोलीबारी शुरू हुई। ललकारे जाने पर आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी और मुठभेड़ में 6 घुसपैठियों को मार गिराया गया।

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