केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों की सलीके से वर्दी के इस्तेमाल को लेकर सजग नहीं होने पर खिंचाई करते हुए उन्हें वर्दी को लेकर लापरवाह नहीं रहने को कहा है। सिंह ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अलंकरण समारोह में कहा कि उन्हें इस मौके पर भी कई जवान और अफसर बिना टोपी के दिख रहे हैं।
पीटीआई के मुताबिक, इतना ही नहीं गृह मंत्री ने इस आधिकारिक समारोह में शिरकत करने आये अधिकारियों और जवानों के जूतों के फीते तक बंधे नहीं होने का जिक्र कर वर्दी को लेकर जवानों की लापरवाही पर नाराजगी जताई। सिंह ने कहा कि अधिकारियों को हमेशा अपनी वर्दी को लेकर चौकस रहना चाहिये, क्योंकि यह उनके रुतबे और आत्म सम्मान का प्रतीक है।
उन्होंने कहा कि अलंकरण समारोह में बीएसएफ गान के सम्मान में जब सभी खड़े थे तब मैंने देखा कि बहुत कम जवान और अधिकारी वर्दी के साथ टोपी भी लगाये हुये थे। इतना ही नहीं उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा के एक अधिकारी को मेडल से अलंकृत किये जाते समय उसके जूते के फीते ढीले होने तक का भी जिक्र करते हुये कहा कि आप कहेंगे कि गृह मंत्री को जूते के फीतों की चिंता है। लेकिन मैं शुरू से ही चीजों को साफ सुथरा और व्यवस्थित रूप में रखने का पक्षधर रहा हूं और खुद भी इसका सजगता से पालन करता हूं।
गृह मंत्री ने जवानों और अधिकारियों से भी वर्दी को लेकर सजग रहने की अपील की। समारोह के आखिर में बीएसएफ के एक अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन करते समय सिंह की मौजूदगी को उनकी ‘उदारता’ बताये जाने पर गृह मंत्री ने कहा कि यहां आना उनकी उदारता नहीं बल्कि यह उनका दायित्व है। हाल ही में सिविल सेवा दिवस समारोह में भी अधिकारियों के चंद मिनट देरी से पहुचंने पर सिंह ने अफसरों की लेटलतीफी पर नाराजगी जताते हुये उनसे समय का पाबंद रहने को कहा था।