राजस्थान के राजसमंद में पश्चिम बंगाल के मुस्लिम मजदूर मोहम्मद अफराजुल की हत्या के बाद आरोपी शंभु रैगर के समर्थन में हिंदुत्व आतंकियों ने गुरुवार (14 दिसंबर) को उदयपुर में धारा-144 लागू होने के बावजूद कोर्ट चौराहे पर उग्र प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान हिदुत्व उत्पातियों ने उदयपुर कोर्ट के पीछे की बिल्डिंगों से छत पर चढ़कर कोर्ट के मुख्य द्वार पर भगवा झंडा भी फहरा दिया।
उपद्रवियों ने काफी देर तक कोर्ट के ऊपर झंडा फहराकर प्रदर्शन किया। इस दौरान कुछ उत्पातियों ने छत से पुलिस पर पत्थर भी फेंके। पुलिस ने शांति भंग की आशंका में 50 लोगों को हिरासत में लिया है। हालात बिगड़ने के बाद उदयपुर और राजसमंद में इंटरनेट बंद कर दिया गया था। साथ ही धारा 144 लागू कर दी गई थी।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने लाठीचार्ज करके हालात काबू करने की कोशिश की, लेकिन माहौल और बिगड़ गया। हिन्दुत्व आतंकी कोर्ट के अंदर तक चले गए। इसके बाद कोर्ट परिसर में ही उपद्रवियों के साथ वकीलों और पुलिस के बीच भी झड़प हुई। पुलिस सूत्रों के अनुसार कोर्ट परिसर के अंदर एडिशनल एसपी सुधीर जोशी के साथ भी हाथापाई की गई है।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों में 15 मिनट तक पत्थरबाजी हुई, जिसमें 10 पुलिस अफसरों सहित 31 जवान घायल हो गए। हालांकि अब उदयपुर शहर में शांति कायम हुई है। शहर में पिछले तीन दिन से लगी धारा 144 और इंटरनेटबंदी को शनिवार (16 दिसंबर) शाम तक हटा लिया गया। बुधवार शाम 8 बजे से बंद हुई इंटरनेट सेवा 72 घंटे बाद शनिवार शाम 8 बजे शुरू हो गई।
इस बीच हिंदुत्व आतंकियों का कथित तौर पर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें वंदे मातरम और जय श्री राम का नारा लगाते हुए सुनाई दे रहे हैं। साथ ही इस प्रदर्शन में शामिल एक शख्स कह रहा है, “पुलिस क्या करेगी हम हिंदू हैं। हिंदू के आगे पुलिस को खड़ा रहना पड़ा है। जब हम कोर्ट में घुस गए हैं तो अब इन मुल्लों के घरों में भी घुसकर मार सकते हैं।”
भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक एसपी राजेंद्र प्रसाद गोयल ने कहा कि सोशल मीडिया पर किसी व्यक्ति के भड़काऊ मैसेज करने और उसे फॉरवर्ड करने या उस पर कमेंट करने वालों की जांच शुरू कर दी गई है। इसके लिए जिला कलेक्टर कार्यालय और पुलिस विभाग की तरफ से स्पेशल सेल काम कर रहा है। ऐसे व्यक्तियों की पहचान कर गिरफ्तार किया जाएगा और कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।
कौन है शंभूलाल?
दरअसल, शंभूलाल रैगर 6 दिसंबर को उस वक्त चर्चा में आया था जब उससे जुड़े कुछ वीडियो वायरल हो गए। एक वीडियो में शंभूलाल पश्चिम बंगाल से आए एक मुस्लिम मजदूर अफराजुल की हत्या करता नजर आ रहा है। हत्या के बाद जारी किए वीडियो में शंभूलाल ने लव जिहाद के खिलाफ हिंदुत्व के नाम पर हत्या करने की बात स्वीकार की थी।
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही शंभूलाल को गिरफ्तार कर लिया था। शंभूलाल फिलहाल पुलिस हिरासत में है। इस हत्याकांड की ज्यादातर लोगों ने आलोचना की है, लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने शंभूलाल का समर्थन भी किया है।