गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की तबीयत खराब होने के चलते राज्य में राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है। लंबे समय से बीमार चल रहे सीएम पर्रिकर इन दिनों दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज के लिए भर्ती हैं। इस बीच गोवा में कांग्रेस ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है।
कांग्रेस के 14 विधायक सोमवार (17 सितंबर) को राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मिलने राजभवन पहुंचे। राज्यपाल के यहां मौजूद नहीं होने पर कांग्रेस का प्रतिनिधित्वमंडल सरकार बनाने का दावा पेश करने वाली चिट्ठी वहीं छोड़कर चले गए।गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा को लिखे पत्र में राज्य कांग्रेस ने दावा किया है कि मनोहर पर्रिकर सरकार काम नहीं कर रही है। इस वजह से राज्य में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस को निमंत्रण दिया जाना चाहिए।
कांग्रेस के 14 विधायकों ने राजभवन जाकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। हालांकि राज्यपाल से मुलाकात नहीं हो सकी और सरकार बनाने के दावे वाले पत्र को छोड़कर वे वापस लौट आए। सूबे में कांग्रेस के कुल 16 विधायक हैं। कांग्रेस का कहना है कि उसके पास एक एनसीपी विधायक समेत 17 विधायकों का समर्थन है।
Goa Congress, along with its 14 MLAs, have staked claim to form govt in the state. They have submitted a letter before the Raj Bhavan but there has not been a meeting between the Governor and them. Congress party has 16 MLAs in the state. pic.twitter.com/P1bqdwT5oG
— ANI (@ANI) September 17, 2018
दरअसल कांग्रेस मनोहर पर्रिकर की बीमारी को एक मौके की तरह देख रही है। आपको बता दें कि लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे मनोहर पर्रिकर को इलाज के लिए दिल्ली लाया गया है। पहले अटकलें लगाई जा रही थीं कि बीजेपी राज्य में नेतृत्व परिवर्तन कर सकती है। हालांकि पार्टी ने इन अटकलों को खारिज कर दिया है। पार्टी ने दावा किया कि राजधानी दिल्ली के एम्स में भर्ती मुख्यमंत्री पर्रिकर ठीक हैं।
गोवा बीजेपी अध्यक्ष विनय तेंदुलकर ने कहा कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन का कोई सवाल नहीं है, क्योंकि पर्रिकर ‘‘ठीक’’ हैं। पर्रिकर को अग्नाशय संबंधी बीमारी के इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया है। आईआईटी इंजीनियर से राजनेता बने 62 वर्षीय पर्रिकर दो क्षेत्रीय सहयोगियों गोवा फारवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी तथा तीन निर्दलीयों के सहयोग से गोवा में सरकार चला रहे हैं।