उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर के एक होटल में बीते दिनों रात के समय पुलिस की छापेमारी के दौरान कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष कुमार गुप्ता की मौत हो गई थी। गोरखपुर पुलिस पर आरोप है कि उसने होटल में रुके तीन युवकों से वसूली के लिए उनके कमरे में छापा मारा और मारपीट की, जिससे प्रॉपर्टी डीलर की मौत हो गई। मनीष गुप्ता की मौत के बाद योगी सरकार ने ऐलान किया था कि उनकी पत्नी मीनाक्षी गुप्ता को सरकारी नौकरी और मुआवजा दिया जाएगा। इस बीच, सोशल मीडिया पर एक पोस्टर वायरल हो रहा है जिसमें सीएम योगी द्वारा किए गए इस ऐलान के लिए उनका धन्यवाद किया गया है। जिसको लेकर योगी सरकार अब सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गई है, लोग जमकर आलोचना कर रहे हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस पोस्टर में लिखा गया है, “स्वर्गीय मनीष गुप्ता जी के परिवार की 40 लाख रुपए से आर्थिक सहायता एवं पत्नी मीनाक्षी गुप्ता को केडीए में ओएसडी पद की सरकारी नौकरी देने के लिए वैश्य समाज उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और गोविंद नगर विधायक सुरेंद्र मैथानी का हार्दिक आभार प्रकट करता है।”
इस पोस्टर में एक तरफ मनीष गुप्ता की तस्वीर व एक तरफ योगी आदित्यनाथ और भाजपा विधायक की तस्वीर लगाई गई है। साथ ही कुछ अन्य लोगों की भी तस्वीर लगी हुई है।
बता दें कि, मनीष गुप्ता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला था कि उनके सिर, चेहरे और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोट के निशान हैं। हालांकि, पुलिस ने घटना के बाद अपने पहले बयान में इसे हादसे में हुई मौत बताया था।
इस पोस्टर को शेयर करते हुए एक स्थानिय पत्रकार ने लिखा, “होर्डिंग का चस्का योगी सरकार ने ऐसे लगाया है कि किसी भी बात के होर्डिंग लग रहे है! सीएम के अपने जनपद गोरखपुर में व्यापारी मनीष का हत्यारा नगद नरायण सिंह को पकड़ा नहीं गया पर सीएम ने चालीस लाख रुपये परिवार को दिये इसकी बधाई के भी होर्डिंग लग गये! यह नमूनों की दुर्लभ जाति है!”
होर्डिंग का चस्का योगी सरकार ने ऐसे लगाया है कि किसी भी बात के होर्डिंग लग रहे है ! सीएम के अपने जनपद गोरखपुर में व्यापारी मनीष का हत्यारा नगद नरायण सिंह को पकड़ा नहीं गया पर सीएम ने चालीस लाख रुपये परिवार को दिये इसकी बधाई के भी होर्डिंग लग गये ! यह नमूनों की दुर्लभ जाति है ! pic.twitter.com/oJmx3rPHTT
— Sanjay sharma (@Editor__Sanjay) October 7, 2021
यह पोस्टर अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसपर लोग भी जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “हमारे मुख्यमंत्री अपने राजदरबार से ही मुआवजे का ऐलान कर जान की बोली लगा देते हैं। ऐसे राजा के मुंह पर पैसे को फेक देना चाहिए और कहना चाहिए जब तक इंसाफ नही, गिरफ्तारी नहीं तब तक मुआवजे का दिखावा नही। मनीष गुप्ता की पत्नी को तब तक सब नहीं लेना था जब तक गिरफ्तारी न हो जाए।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “एक बेगुनाह की हत्या पर राजनीति और संवेदनाओ के पोस्टरीकरण की राजनीति दुर्भाग्यपूर्ण है पर ऐसी मिसालें वाकई में सिर्फ राजनीति में ही मिलती हैं।”
एक अन्य ने लिखा, “संवेदनहीनता की पराकाष्ठा देखो। एक व्यक्ति की हत्या हो गई, उसके हत्यारे को नहीं पकड़ सके लेकिन मुआवजे को बड़े ही गर्व से होर्डिंग लगाकर बता रहे हैं। भारत में इतने नीच, निर्लज्ज और गधे अंधभक्त पहली बार बने हैं।” एक अन्य ने लिखा, “कत्ल करके खुशियां मनाना कोई इनसे सीखे, ऐसा लग रहा है 40 लाख देकर खरीद लिया है पूरे परिवार को अब चुनाव में यही भाषण दिया जाएगा कि 40 लाख रुपए दे दिया और एक नौकरी भी।”
एक अन्य ने लिखा, “जिस प्रकार गिद्ध लाश को नोच कर खाती है उसकी प्रकार ये कुछ समाज के ठेकेदार सीएम साहब का आभार प्रकट कर रहे है। इसे इंसानियत की कब्र खोदने से कम माना ही नहीं जा सकता। सरकार के द्वारा ठोको नीति के चलते एक परिवार से अपना सब कुछ खो दिया। सरकार का मुआवजा देना कोई अहसान नहीं । शर्म करो।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “एक समाज के रूप में सड़ चुके है हम, अच्छा राष्ट्र बनाना तो बहुत दूर की बात है।” एक अन्य ने लिखा, “जैसे पुराने जमाने के महाराजा शेर, चीता, हिरण आदि जानवरों को मार उनके सींग, खाल, आदि अंगों को अपने महल में शान के रुप में रखते थे वैसे ही अब यु पी के महाराज इंसानों के तस्वीर पर शान जता रहे हैं।”