पंजाब के खरड़ में जोनल लाइसेंसिंग अथॉरिटी के पद पर तैनात एक महिला ड्रग इंस्पेक्टर नेहा शौरी की शुक्रवार (29 मार्च) को उनके कार्यालय में घुसकर एक व्यक्ति ने सरेआम गोली मार कर हत्या कर दी। जानकारी के मुताबिक, 2009 में जब नेहा रोपड़ में तैनात थीं, उस दौरान उन्होंने आरोपी के मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की थी और उसका लाइसेंस रद्द कर दिया था। आशंका जताई जी रही है कि इसी का बदला लेने के लिए आरोपी ने महिला इंस्पेक्टर को निशाने पर लिया।

हमलावर ने इंस्पेक्टर नेहा पर एक के बाद एक कई फायर किए। इसके बाद वह भागने लगा। जिसके बाद लोगों ने उसे दबोचा तो उसने खुद को भी गोली मार दी। पुलिस ने कहा कि इंस्पेक्टर नेहा शौरी खरड़ में दवा और खाद्य रासायनिक प्रयोगशाला में तैनात थीं। वह मोहाली और रोपड़ जिलों के लाइसेंस का काम संभालती थी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मोरिंडा के रहने वाले आरोपी बलविंदर सिंह ने अधिकारी के कार्यालय में सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से नेहा को तीन गोलियां मारीं।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच शुरू की गई है। शुरुआती जांच में पता चला कि आरोपी बलिंदर मोरिंडा में दवा की दुकान चलाता था और 2009 में नेहा ने उसकी दुकान पर छापा मारा था। नेहा ने वहां से कथित रूप से नशीली दवाएं बरामद की थीं। इसके बाद नेहा ने उसके दवा दुकान का लाइसेंस रद्द कर दिया था। हत्या की मंशा का पता नहीं लगा है, लेकिन लाइसेंस रद्द करने को ही हत्या की वजह माना जा रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, नेहा को उनके ही दफ्तर में गोली मारने के बाद बलविंदर ने भागने की कोशिश की थी। इस दौरान एक व्यक्ति ने पीछा कर उसे पकड़ने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि इससे डरकर बलविंदर ने खुद को भी गोली मार ली। नेहा शौरी के बारे में यह कहा जाता रहा है कि वह काफी ईमानदार अधिकारी थीं। राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक दिनकर गुप्ता को अधिकारी की हत्या के मामले की जांच शीघ्र पूरी करने का निर्देश दिया है।