इलाहाबाद हाई कोर्ट से राहत मिलने के बाद करीब आठ माह बाद मंगलवार देर रात उत्तर प्रदेश के मथुरा जेल से बाहर आए गोरखपुर के डॉ. कफील खान अपने परिवार संग राजस्थान पहुंच गए हैं। कफील खान ने गुरुवार को जयपुर में पहुंचने के बाद मीडिया से बात करते हुए दावा किया कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उन्हें राजस्थान आने के लिए कहा था। उन्होंने कहा था कि हम आपको सुरक्षित जगह देंगे।
डॉ कफील खान ने गुरुवार को जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि, “मुझे प्रियंका जी द्वारा जयपुर में सुरक्षित रहने का आश्वासन दिया गया था, जिन्होंने मेरी माँ और पत्नी से बात की थी और कहा था कि यूपी सरकार मेरे खिलाफ अन्य आरोप लगा सकती है। हम यहां राजस्थान में सुरक्षित महसूस करते हैं।” निलंबित उत्तर प्रदेश के डॉक्टर ने कहा कि उनके परिवार को डर है कि योगी सरकार उन्हें किसी अन्य मामले में फंसा सकती है और उन्हें फिर से जेल में डाल सकती है।
कफील खान ने कहा कि, वह अपने निलंबन को रद्द करने के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील करेंगे। उन्होंने कहा, ‘मैं यूपी के सीएम को पत्र लिखूंगा कि वह मेरा निलंबन रद्द करें और अपनी सेवा वापस दें, ताकि मैं कोरोना योद्धा के रूप में काम कर सकूं। मैं वैक्सीन अनुसंधान कार्यक्रम में स्वयंसेवक करना चाहता हूं।” खान ने कहा कि यदि निलंबन रद्द नहीं किया गया तो वह फिर से उच्च न्यायालय के दरवाजे पर दस्तक देंगे।
बता दें कि, डॉ. कफील पर लगा एनएसए हटने के बाद भी प्रियंका गांधी ने यूपी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया था। कोर्ट के आदेश के बाद प्रियंका ने अपने ट्वीट में लिखा था, ‘आज इलाहाबाद हाई कोर्ट ने डॉ. कफील खान के ऊपर से रासुका हटाकर तत्काल उनकी रिहाई का आदेश दिया। आशा है कि यूपी सरकार डॉ. कफील खान को बिना विद्वेष के अविलंब रिहा करेगी। डॉ. कफील खान की रिहाई के प्रयास में लगे तमाम न्याय पसंद लोगों और यूपी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को मुबारकबाद।’
अलीगढ़ प्रशासन की ओर से लगाए गए एनएसए को रद्द करते हुए डॉक्टर कफील को तत्काल जेल से ज़मानत पर रिहा करने का आदेश दिया गया था। हालांकि देर शाम तक अलीगढ़ ज़िला प्रशासन की ओर से रिहाई संबंधी कोई ऑर्डर मथुरा जेल नहीं भेजे जाने से रिहाई अटकी हुई थी। मध्य रात्रि में मथुरा जेल पहुंचे रिहाई के ऑर्डर के बाद डॉ कफ़ील को रिहा किया गया। हाई कोर्ट ने सुनवाई के दौरान सुबह ही रिहाई का आदेश कर दिया था।