एक चौंकाने वाले रहस्योद्घाटन में यह सामने आया है कि पंजाब के लुधियाना की एक अदालत के अंदर विस्फोट का मास्टरमाइंड पंजाब पुलिस का बर्खास्त सिपाही था, जिसकी पहचान गगनदीप सिंह के रूप में की गई थी। खबरों के मुताबिक, सिंह ने कथित तौर पर ड्रग्स के एक मामले से जुड़े कागजात को नष्ट करने के लिए इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया था।
पंजाब पुलिस के एक पूर्व हेड कांस्टेबल गगनदीप सिंह को ड्रग तस्करी के एक मामले में आरोपी के रूप में नाम सामने आने के बाद 2019 में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। उस मामले में सुनवाई शुक्रवार को लुधियाना के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश शातिन गोयल की अदालत में होनी थी।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “अगस्त 2019 में गिरफ्तारी के बाद उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था और इस साल सितंबर में जमानत मिलने से पहले दो साल जेल में बिताए गए थे।”
पंजाब के डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि, लुधियाना ब्लास्ट बहुत शक्तिशाली ब्लास्ट था, मौके से हमें काफी लीड मिले। मृतक के हाथ पर हमें टैटू मिला। मौके का जायज़ा करके हमें लगा कि मृतक विस्फोटक ला रहा था। जांच में हमें पुख्ता हो गया कि ये सही है। मृतक (मुख्य आरोपी) पंजाब पुलिस का निलंबित हेड कांस्टेबल था और एसटीएफ ने 2019 में नारकोटिक ड्रग के लिए उसे गिरफ़्तार किया था।
इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा, “2 साल जेल में रहने के बाद गगनदीप की बेल हुई और उसका ट्रायल चल रहा था। ऐसी उम्मीद है कि जेल में उसका नारकोटिक्स फिर माफिया और फिर ड्रग में ट्रांजिशन हुआ। इसके लिंक पंजाब और विदेश में खालिस्तानी तत्वों, टेरर आउटफिट, माफिया आउटफिट और नारकोटिक्स स्मगलर के साथ मिले हैं।”
2 साल जेल में रहने के बाद गगनदीप की बेल हुई और उसका ट्रायल चल रहा था। ऐसी उम्मीद है कि जेल में उसका नारकोटिक्स फिर माफिया और फिर ड्रग में ट्रांजिशन हुआ। इसके लिंक पंजाब और विदेश में खालिस्तानी तत्वों, टेरर आउटफिट, माफिया आउटफिट और नारकोटिक्स स्मगलर के साथ मिले हैं: पंजाब DGP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 25, 2021
पंजाब के उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बाद में बताया कि सिंह की पहचान ‘उनके शरीर पर एक टैटू और मौके से एक मोबाइल फोन बरामद’ से हुई थी।
बता दें कि, लुधियाना कोर्ट के अंदर गुरुवार को हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकी, कई लोग घायल हो गए थे। विस्फोट में मारे गए व्यक्ति की पहचान बाद में अपराध के मास्टरमाइंड के रूप में की गई। यह घटना ऐसे समय में सामने आई है, जब अगली साल की शुरुआत में ही पंजाब में विधानसभा के लिए चुनाव होने वाले है।
अस्पताल में घायलों से मिलने से पहले पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा था, “लुधियाना कोर्ट परिसर में विस्फोट की खबर से दुखी हूं। मैं शीघ्र ही विस्फोट स्थल पर पहुंच रहा हूं और मैं राज्य के लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। जो कोई भी राज्य की शांति और सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
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