धर्मेंद्र, हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के ही मैन, गुरुवार, 8 दिसंबर को 81 वर्ष के हो गए, लेकिन वो आज भी खुद को किसी युवा से कम नहीं मानते। अनुभवी अभिनेता, जिन्होंने सत्यकाम (1969)प्रतिज्ञा (1975), ‘शोले’ (1975), चुपके चुपके (1975) और धरम वीर (1977) जैसी फिल्मों में काम किया है।
धमेंद्र यह स्वीकार करते हैं कि वह हमेशा लोगों के दिलों में जगह बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं।
पंजाब के लुधियाना जिले के नसराली गांव में धर्मेन्द्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को हुआ था। अपनी शुरुवाती पढ़ाई अपने गांव से करने के बाद पंजाब से मुंबई आकर अपना सफर शुरु किया जो काफी संघर्ष भरा रहा। 1960 में अर्जुन हिंगोरानी की फिल्म ‘दिल भी तेरा हम भी तेरे से धर्मेंद्र ने अपना करियर शुरु किया लेकिन तब उन्हे कोई पहचान नहीं मिली।
बॉलिवुड में इन्होने अपनी पहचान मेरा गाँव मेरा देश, चुपके चुपके, दिल्लगी, नौकर बीवी का, सीता और गीता, शराफत, पत्थर और पायल, शोले, दोस्त, धरम वीर, चरस, कातिलों के कातिल, राजपूत, जनि दोस्त, जीने नहीं दूंगा, हुकूमत, राजतिलक, मोहब्बत की कसम, सल्तनत, बरसात, अपने, यमला पगला दीवाना और यमला पगला दीवाना 2 जैसी हिट फिल्मों से बनाई।
धर्मेंद्र के निजी जीवन की बात करें तो ये धमेंद्र के लिए कई मोड़ लेकर आया। सिर्फ 19 साल की उम्र में धमेद्र की शादी प्रकाश कौर से हो गई थी जिससे दो बेटे सनी देओल और बॉबी देओल और दो बेटियां विजेता देओल और अजीता देओल हुईं।
धमेंद्र का फिल्मी करियर बढ़ता गया और धर्मेन्द्र की हेमा मालिनी के साथ सबसे बेहतरीन और जानी मानी जोड़ी बन गई।धर्मेंद्र-हेमा की पहली मुलाकात ख्वाजा अहमद अब्बास की फिल्म ‘आसमान महल’ के प्रीमियर के दौरान वर्ष 1965 में हुई थी। तब तक धर्मेंद्र फिल्म इंडस्ट्री में सुपर स्टार बन चुके थे।
धर्मेंद्र की पत्नी को जब हेमा और उनके रिश्तों के बारे में पता चला तो वो बेहद गुस्सा हो गई और धर्मेंद्र को तलाक देने से मना कर दिया। हिन्दु धर्म के मुताबिक वो दूसरी शादी नहीं कर सकते थे। धर्मेंन्द्र ने पेरशनियों से बचने और हेमा से शादी करने के लिए 1979 में इस्लाम धर्म कबूल किया। धर्मेंन्द्र ने इस्लाम कबूल करने के बाद अपना नाम दिलावर खान रखा था। उन्होंने हेमा से 1980 में शादी की।