ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में चल रहे 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है। भारतीय निशानेबाज जीतू राय ने 10 मीटर एयर पिस्टर स्पर्धा में नए गेम्स रिकॉर्ड के साथ गोल्ड मेडल पर निशाना साधा है। जीतू राय ने राष्ट्रमंडल खेलों में सोमवार (9 अप्रैल) को पांचवें दिन भारत को आठवां स्वर्ण पदक दिलाया। वहीं 10 मीटर एयर राइफ़ल प्रतिस्पर्धा में मेहुली घोष ने सिल्वर और अपूर्वी चंदेला ने ब्रॉन्ज़ मेडल जीता है।
बेलमोंट शूटिग सेंटर में आयोजित पुरुषों की 10 मीयर एयर पिस्टल निशानेबाजी स्पर्धा के फाइनल में जीतू ने सोना जीता, वहीं भारत के एक अन्य निशानेबाज ओम मिथरवाल ने कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। वहीं प्रदीप सिंह ने पुरुषों के 105 किलो भार वर्ग में रजत पदक जीतकर भारत का मान बढ़ाया। प्रदीप ने कुल 352 किलोग्राम वजन उठाकर यह उपलब्धि हासिल की।
जीतू ने फाइनल में कुल 235.1 अंक हासिल किए। इसके साथ ही उन्होंने इस स्पर्धा का नया रिकॉर्ड भी कायम किया। मिथरवाल ने 214.3 अंकों के साथ कांस्य पदक जीता। इस स्पर्धा का रजत पदक ऑस्ट्रेलिया के कैरी बेल ने जीता। उन्होंने कुल 233.5 अंक हासिल किए।
वैसे तो प्रदीप सिंह स्वर्ण पदक जीतने की रेस में थे, लेकिन मामूली अंतर से वह चूक गए। क्लीन एंड जर्क के दो प्रयास में विफल रहने के कारण महज आठ अंक से गोल्ड मेडल से चूक गए। समोओ के सोनेले माओ ने 360 का स्कोर बनाकर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। वहीं प्रदीप सिंह से सिर्फ एक अंक कम होने पर इंग्लैंड के ओवेन बोक्सल ने कांस्य पदक जीता।
मनिका बत्रा की अगुआई में भारत ने महिला टेबल टेनिस टीम में ऐतिहासिक स्वर्ण जीता
इससे पहले रविवार (8 अप्रैल) को मनिका बत्रा ने एकल मुकाबलों में अपनी शानदार जीत के साथ भारत को यहां राष्ट्रमंडल खेलों में महिला टेबल टेनिस टीम स्पर्धा का स्वर्ण दिला दिया। भारत ने फाइनल में चार बार के स्वर्ण पदक विजेता सिंगापुर को 3-1 से हराकर ऐतहासिक स्वर्ण पदक जीता।
दुनिया की 58वें नंबर की खिलाड़ी मनिका ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी एवं कई ओलंपिक पदक जीत चुकी फेंग तियानवेई को 3-2 से हराया और अपने दूसरे एकल में 100वीं रैंक की यिहान झोऊ को 3-0 से शिकस्त देकर भारत को ताकतवर सिंगापुर की टीम पर सनसनीखेज जीत दिलायी।
यह बहुत बड़ा उलटफेर था, क्योंकि इस फाइनल से पहले सिंगापुर की महिला टीम 2002 में राष्ट्रमंडल खेलों में टेबल टेनिस को शामिल किए जाने के बाद से कभी भी खिताबी मुकाबले में नहीं हारी थी। मनिका ने फेंग को चौंकाने वाली हार देने के बाद न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि, ‘‘मैंने कभी अपने सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं एक ओलंपिक पदकधारी एवं विश्व की चौथे नंबर की खिलाड़ी को हराऊंगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं पहली बार फेंग के खिलाफ खेल रही थी, मुझे जैसे ही पता चला कि मैंने दुनिया की चौथी नंबर की खिलाड़ी को हराया है, मुझे लगा कि मैं सातवें आसमान पर पहुंच गयी हूं।’’ यह जीत इस लिहाज से और महत्व रखती है कि पिछले राष्ट्रमंडल खेलों (ग्लास्गो) से महिला टीम खाली हाथ लौटी थी। टेबल टेनिस टीम स्पर्धा में देश का यह केवल दूसरा स्वर्ण पदक है। इससे पहले 2006 के मेलबर्न राष्ट्रमंडल खेलों में पुरूष टीम ने स्वर्ण जीता था।
मनु भारक ने जीता स्वर्ण
वहीं रविवार को ही भारत की 16 बरस की मनु भाकर ने राष्ट्रमंडल खेलों की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में नये रिकार्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि हीना सिद्धू ने शानदार वापसी करते हुए रजत पदक अपने नाम किया। मनु स्वर्ण की प्रबल दावेदार मानी जा रही थी क्योंकि उसने मैक्सिको में इस साल आईएसएसएफ सीनियर विश्व कप में स्वर्ण पदक जीता था और उसके बाद सिडनी में जूनियर विश्व कप में भी पीला तमगा अपने नाम किया।
मनु एक बार बाहर होने की कगार पर थी लेकिन उसने शानदार वापसी करते हुए दूसरा स्थान हासिल किया । उसने दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेल 2010 में भी रजत जीता था। इस स्पर्धा में भारत का दबदबा इतना था कि पहले दो पदक के लिये सिर्फ मनु और हीना ही दौड़ में बचे थे। मनु ने आठ महिलाओं के फाइनल में 14 बार दस या अधिक का स्कोर किया।
भारोत्तोलकों में पूनम ने जीता स्वर्ण
वहीं रविवार को भारतीय भारोत्तोलकों का 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में सुनहरा अभियान जारी रखते हुए पूनम यादव ने 69 किलो वर्ग में पीला तमगा जीतकर भारत की झोली में पांचवां स्वर्ण पदक डाला था। इसके बाद विकास ठाकुर ने पुरूषों के 94 किलो वर्ग में कांस्य जीता, जिसके साथ यहां भारोत्तोलन में देश का अब तक का सफर उल्लेखनीय रहा।
ग्लास्गो में 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में 63 किलो वर्ग में पूनम ने कांस्य पदक जीता। उसने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 222 किलो ( 110 और 122 किलो ) वजन उठाया। इंग्लैंड की सारा डेविस 217 किलो वजन उठाकर दूसरे स्थान पर रही। कांस्य पदक फिजी की अपोलोनिया वेइवेइ को मिला जिसने 216 किलो वजन उठाया।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी के डंडूपुर गांव की रहने वाली पूनम ने पिछले साल राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था। पूनम ने कहा कि मेरे पिता ने मेरे प्रशिक्षण के लिये कर्ज लिया था। मैंने पदक जीतने के बाद वह चुका दिया। वह घर में पूजा पाठ करते हैं और मेरी मां गृहिणी है। मैं और मेरी बहन ही घर चलाते हैं। मैं भारतीय रेलवे में कर्मचारी हूं।’’