गुजरात के कई हिस्सों में गैर गुजरातियों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं देखने को मिल रही हैं। पुलिस के मुताबिक हिंसा के शिकार लोगों में खास तौर पर उत्तर प्रदेश, बिहार एवं मध्य प्रदेश के रहने वाले शामिल हैं। गुजरात में बीते एक सप्ताह से स्थानीय लोग गैर गुजराती मजदूरों को अपना निशाना बना रहे हैं। लोगों के आक्रोश को देखते हुए इन राज्यों के हजारों मजदूर वहां से यूपी, बिहार और मध्य प्रदेश लौटने लगे हैं।
वहीं, इस मामले को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरूपम ने कहा कि पीएम के गृह राज्य में अगर यूपी, बिहार और मध्य प्रदेश के लोगों को मार-मार के भगाया जाएगा तो एक दिन पीएम को भी वाराणसी जाना है, यह याद रखना।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक संजय निरूपम ने कहा, ‘पीएम के गृह राज्य (गुजरात) में अगर उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश के लोगों को मार-मार के भगाया जाएगा तो एक दिन पीएम को भी वाराणसी जाना है, यह याद रखना।’ उन्होंने आगे कहा, ‘वाराणसी के लोगों ने उन्हें गले लगाया और प्रधानमंत्री बनाया था।’
उल्लेखनीय है कि गुजरात के साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर गाभांई में 14 महीने की मासूम के साथ घिनौनी वारदात के सामने आने के बाद गैर गुजरातियों पर लगातार हमले हो रहे हैं। दरअसल, 28 सितंबर को साबरकांठा जिले में 14 माह की एक बच्ची से बलात्कार की घटना सामने आई थी। इस मामले में बिहार के रहने वाले रविंद्र साहू नाम के एक मजदूर को घटना वाले दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था।
इस गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर गैर गुजरातियों- खासकर बिहार, मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश के मजदूरों के खिलाफ कई तरह के संदेश प्रकाशित और प्रसारित हुए जिसके बाद राज्य में गैर गुजरातियों पर हमले होने शुरू हो गए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गुजरात में रविवार को भी दो जगहों पर हमले की ख़बर सामने आई थी। गुजरात के डीजीपी शिवानंद झा के मुताबिक अब तक इस मामले में कुल 42 केस दर्ज किए गए हैं, इसके अलावा 342 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।