वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू करने के लिए 30 जून को संसद के केंद्रीय हॉल में आयोजित विशेष आयोजन में कांग्रेस शामिल नहीं होगी। बता दें कि 30 जून की मध्य रात्रि को इस संबंध में संसद में विशेष सत्र का आयोजन किया गया है। कांग्रेस के इस कदम से साफ हो गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे।
पार्टी द्वारा आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में काग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने गुरुवार(29 जून) को कहा कि जीएसटी को लेकर हो रहे विशेष आयोजन में कांग्रेस पार्टी शामिल नहीं होगी। कांग्रेस ने कहा कि आधी रात को संसद भवन के सेंट्रल हॉल में अभी तक तक सिर्फ तीन कार्यक्रम हुए हैं।
पहला जब देश आजाद हुआ और उस आजादी का जश्न मनाया गया। इसके बाद 1972 में जब उसी आजादी की सिल्वर जुबली मनाई, तब आधी रात को कार्यक्रम हुए। इसके बाद 1997 में आजादी की गोल्डन जुबली पर कार्यक्रम हुए। शायद बीजेपी के लिए 1947, 1972 और 1997 उतनी अहमियत नहीं होगी, जितनी हमारी नजर में है।
उन्होंने आधी रात के कार्यक्रम को गरिमा के खिलाफ बताया। संसद में जीएसटी समारोह ठीक नहीं। उन्होंने कहा कि जीडीपी में गिरावट में सरकार का कोई ध्यान नही। आजाद ने कहा कि सरकार बहरी है, उसे चीख पुकार सुनाई नहीं देती।कांग्रेस के इस कदम से साफ हो गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे।
बता दें कि कांग्रेस के साथ ही कुछ अन्य दलों ने भी इस समारोह में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। कांग्रेस से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी और DMK ने भी इस विशेष सत्र का बहिष्कार करने का ऐलान किया था।
गौरतलब है कि एक जुलाई को पूरे देश में एकीकृत टैक्स के रूप में लागू होने जा रहे वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के मद्देनजर 30 जून की आधी रात को संसद में खास कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके तहत राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पीएम मोदी ठीक रात के 12 बजे एप्प के जरिए जीएसटी को लॉन्च करेंगे। 30 तारीख की रात 11 बजे से 12:10 बजे तक ये कार्यक्रम चलेगा।