लोकसभा चुनाव से ठिक पहले कांग्रेस ने बुधवार (3 अप्रैल) को एक वीडियो जारी कर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू पर बड़ा आरोप लगाया है। दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री के काफिले से 1.80 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा से पहले यह पैसा मतदाताओं को लुभाने के लिए इस्तेमाल होने वाला था और इसके लिए मोदी, खांडू, उपमुख्यमंत्री चाउना माइन एवं प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष तापिर गाव के खिलाफ मामला दर्ज होना चाहिए।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री को तत्काल हटाया जाना चाहिए और पश्चिम अरुणाचल लोकसभा क्षेत्र से तापिर गाव की उम्मीदवारी तत्काल रद्द की जानी चाहिए। दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस कर पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अरुणाचल में पासीघाट के निकट मुख्यमंत्री के काफिले की जांच होने पर कुल 1.8 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं। इससे जुड़े सनसनीखेज वीडियो सोशल मीडिया और दूसरे माध्यमों पर उपलब्ध हैं। दो बातें साफ होती हैं। पहली यह, कि पैसा पेमा खांडू का है। दूसरी यह, कि चुनाव आयोग की पर्यवेक्षक की मौजूदगी में यह बरामदगी हुई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘रात 12 बजे रूपया बरामद होता है और बुधवार की सुबह पासीघाट में प्रधानमंत्री मोदी की रैली होती है। इससे बड़े सवाल खड़े होते हैं। क्या यह पैसा चुनाव प्रचार के लिए जा रहा था?’’ सुरजेवाला ने कहा, ‘‘यह प्रजातंत्र के लिए काला दिन है। वोट दो, नोट लो… यह मोदी जी का नारा है। क्या वोट खरीदकर चुनाव जीतना चाहते हैं? क्या यह पैसा मोदी की पासीघाट की रैली के लिए और वोटरों को देने के लिए ले लाया जा रहा था?’’
‘नोट लो,वोट दो'
अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट में 'Cash For Vote Scandal' भाजपा का असली चेहरा उजागर कर रहा है।
भाजपा के मुख्यमंत्री व भाजपा के अरुणाचल अध्यक्ष के काफ़िले से ₹180 लाख कैश 500-500 के नोटों में बरामद हुए।
क्या ये ‘काला धन’ मोदी जी की पासीघाट रैली के लिए आया था ? pic.twitter.com/pETOoYkSDk
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 3, 2019
उन्होंने सवाल किया, ‘‘यह कालाधन है या सफेद धन है? अगर यह धन वोटरों को लुभाने और प्रधानमंत्री की रैली के लिए ले लाया जा रहा था तो फिर क्या यह साबित नहीं हुआ कि एक ही चौकीदार चोर है? क्या यह जन प्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन नहीं है? क्या यह अपराध नहीं है?’’ सुरजेवाला ने कहा, ‘‘अगर यह सही है तो क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, मुख्यमंत्री पेमा खांडू, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री के खिलाफ मुदकमा दर्ज नहीं होना चाहिए?’’
उन्होंने कहा, ‘‘चुनाव आयोग क्या कर रहा है? क्या वह सो रहा है? क्या सीबीआई, ईडी और दूसरी एजेंसियां सो रही हैं? क्या चुनाव आयोग को प्राथमिकी दर्ज नहीं करा देनी चाहिए थी?’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘हमारी मांग है कि इस पूरे मामले में खासतौर पर तीन लोग- मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। अगर प्रधानमंत्री को यह पता था तो वह भी जिम्मेदार हैं।’’ उन्होंने कहा कि तापिर गाव की उम्मीदवारी रद्द की जानी चाहिए। मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री को हटाया जाना चाहिए। (इंपुट: भाषा के साथ)