Class 12th Board Exams 2021: कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर शिक्षा मंत्रालय और सीबीएसई के बीच आज होगी अहम बैठक; CBSE के छात्र अधिक जानकारी के लिए cbse.gov.in को करें फॉलो

0

Class 12th Board Exams 2021: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर मंगलवार (1 जून) को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और सीबीएसई के अधिकारियों के बीच अहम बैठक होनी है। कई छात्र व संगठन 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द किए जाने की मांग कर रहे हैं। वहीं, सीबीएसई यह परीक्षाएं करवाने की पक्षधर है। सीबीएसई की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र अधिक जानकारी के लिए सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in को फॉलो कर सकते हैं।

फाइल फोटो

इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने देशभर में फैले कोरोना संक्रमण को देखते हुए 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 1 जून तक स्थगित करने का फैसला किया था। यही कारण है कि अब 1 जून को होने जा रही सीबीएसई और शिक्षा मंत्रालय की इस बैठक पर सभी की निगाहें टिकी हैं। इससे पहले केंद्र सरकार ने देश के सभी राज्यों का पक्ष जानने के लिए उनके साथ एक विशेष बैठक की थी। 23 मई को हुई इस चर्चा की अध्यक्षता केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की थी। बैठक में सभी राज्यों के शिक्षा मंत्री व केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक शामिल हुए थे।

शिक्षा मंत्रालय ने विभिन्न राज्यों से इस विषय में 25 मई तक अपने सुझाव देने को कहा था। कई राज्यों ने डेढ़ घंटे की परीक्षा और 19 मुख्य विषयों के ही एग्जाम लेने की बात कही है। राज्यों के परामर्श के बाद सीबीएसई 12वीं के लिए केवल प्रमुख विषयों की परीक्षा कराने को राजी हो सकती है। सीबीएसई 12वीं बोर्ड के लिए कुल 174 विषय की परीक्षा होती है।

वहीं फिक्की ने भी इस विषय पर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से संपर्क किया है। फिक्की ने पत्र लिखकर मंत्रालय से कहा कि 12वीं का रिजल्ट जारी करने में देरी होने पर करीब दो लाख छात्र विदेश पढ़ने नहीं जा पाएंगे। इसलिए जुलाई मध्य तक सीबीएसई 12बोर्ड का रिजल्ट जारी कर देना चाहिए।

उधर दिल्ली सरकार ने 12वीं बोर्ड परीक्षा आयोजित न करवाने का सुझाव दिया है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में हर एक परिवार आर्थिक, शारीरिक या मानसिक तौर पर प्रभावित हुआ है। साथ ही परीक्षाओं को लेकर बनी अनिश्चित्ताओं से विद्यार्थियों के साथ-साथ उनके शिक्षकों और अध्यापकों में भी तनाव बढ़ा है। अब सबका मानना है कि बोर्ड परीक्षाओं को लेकर जल्द निर्णय लिया जाए। (इंपुट: IANS के साथ)

Previous articleकोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर में एक करोड़ से अधिक लोग हुए बेरोजगार, 97% परिवारों की आय घटी
Next articleटीवी से अर्नब गोस्वामी की अनुपस्थिति के बीच ब्रिटेन में रिपब्लिक भारत को कथित तौर पर ऑफ-एयर किया गया, अभद्र भाषा के लिए ब्रिटिश मीडिया वॉचडॉग ऑफकॉम ने चैनल पर लगाया था 20 लाख रुपये का जुर्माना