जम्मू-कश्मीर में हिंसा की वजह से चुनाव आयोग ने अनंतनाग लोकसभा उपचुनाव टाल दिया है, यह दूसरी बार है जब उपचुनाव टाला गया है। राज्य की सत्ता में काबिज बीजेपी की सहयोगी पार्टी पीडीपी ने भी यहां लोकसभा उपचुनाव टालने की मांग की थी, पीडीपी ने ये मांग श्रीनगर उपचुनाव के दौरान हुई हिंसा की वजहसे की थी।
जो 25 मई को चुनाव करवाया जाना था, लेकिन कश्मीर घाटी में बिगड़े हालात की वजह से यह फैसला लिया गया है। बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलों की कमी भी उप-चुनाव टालने का एक कारण है। गौरतलब है कि इस सीट को मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने खाली किया है। पहले ये चुनाव 12 अप्रैल को होना था, लेकिन श्रीनगर में 9 अप्रैल को हिंसा हुई थी इस हिंसा में 8 लोगों को मौत हो गई थी, जबकि कई निर्वाचन अधिकारियों समेत 36 लोग घायल हो गए थे।
जिसको देखते हुए आयोग ने इसे मई में कराने का फैसला लिया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चुनाव आयोग अनंतनाग के लिए सेना की 600 से ज्यादा कंपनी चाहता है, लेकिन गृहमंत्रालय 300 कंपनी से ज्यादा देने को तैयार नहीं है।
गृह मंत्रालय ने चुनाव आयोग को बता दिया था कि वह अनंतनाग के उपचुनाव के लिए सिर्फ़ 30,000 अर्धसैनिक बल भेज सकता है। चुनाव आयोग ने मंत्रालय से 74000 सुरक्षाकर्मी मई 12 तक इलाक़े में तैनात करने को कहा था।