आज यानी 8 नवंबर (बुधवार) को नोटबंदी के फैसले को एक साल पूरे हो गए हैं। इस पर देश की दोनों बड़ी पार्टियों के बीच सियासी तनातनी भी शुरू हो गई है। एक तरफ कांग्रेस के नेतृत्व में 18 विपक्षी पार्टियां नोटबंदी के एक वर्ष पूरा होने पर जहां ‘काला दिवस’ मना रही हैं, वहीं सत्तारूढ़ बीजेपी आज ‘कालाधन विरोधी दिवस’ (रिपीट कालाधन विरोधी दिवस) के रूप में जश्न मना रही है।
इसी बीच केन्द्र की मोदी सरकार पर हमला शुरू करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने आज कहा कि नोटबंदी के कारण लाखों लोग परेशान हुए और इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता है कि इसके कारण लोगों की जान और नौकरी दोनों गई।
नोटबंदी के फैसले के एक साल के बाद पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि इस काला दिवस पर, लोगों की वास्तविक जीवन की कहानी पढ़नी चाहिए और इसके कारण परेशान होने वाले लाखों लोगों के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। उन्होंने अपने कई ट्वीट में कहा, क्या कोई इससे इनकार कर सकता है कि लोगों की जान गई, छोटे व्यापार बंद हो गये और रोजगार छिन गया।
चिदंबरम ने दावा किया कि जनता के पास 15 लाख करोड़ रुपये नकद है, यह मात्रा बढ़ रही है और नवंबर 2016 में 17 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि कितनी नकदी रुपये की आपूर्ति होनी चाहिए, यह फैसला रिजर्व बैंक का होना चाहिए, नाकि सरकार का। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि कम मांग और कम वृद्धि के कारणों में से एक चलन में नकदी की कृत्रिम कमी भी है।
उन्होंने सवाल किया कि, पारदर्शिता के हित में, सरकार आरबीआई को रिजर्व बैंक बोर्ड का एजेंडा जारी करना चाहिए, पहले की टिप्पणी और पूर्व गर्वनर रघुराम राजन की टिप्पणी के बारे में बताना चाहिए। यदि सरकार को अपने निर्णय पर भरोसा है, तो वह इन दस्तावेजों को सार्वजनिक करने से क्यों डर रही है।
चिदंबरम ने कहा, सरकार दावा करती है कि काला धन का सफाया हो गया है लेकिन जब गुजरात चुनाव का अभियान शुरू होगा तब आपको सफाया हुआ काला धन मिल जाएगा। उन्होंने पूछा, बीबीसी का कहना है कि मोदी की मुद्रा संबंधी इस दांव से भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान हुआ है। क्या बीबीसी काले धन और भ्रष्टाचार की समर्थक है?
इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला है। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने बुधवार सुबह नोटबंदी के बाद लोगों को हुई परेशानियों की ओर इशारा करते हुए ट्विटर पर एक बुजुर्ग की तस्वीर शेयर की जो बैंक की लाइन में खड़े रोते दिख रहे हैं। राहुल ने इस तस्वीर के साथ लिखा, ‘एक आँसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है, तुमने देखा नहीं आँखों का समुंदर होना।’
"एक आँसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है
तुमने देखा नहीं आँखों का समुंदर होना" pic.twitter.com/r9NuCkmO6t— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 8, 2017
राहुल गांधी ने एक और ट्वीट कर नोटबंदी को त्रासदी करार दिया है। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने ट्वीट किया, ‘नोटबंदी एक त्रासदी है। हम उन लाखों ईमानदार भारतीयों के साथ हैं, जिनका जीवन और जीविका के साधन प्रधानमंत्री के विचारहीन कदम से बर्बाद हो गया।’