उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव और गोरखपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद रवि किशन के बीच यश भारती सम्मान को लेकर लोकसभा में हुए एक बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। सांसद रवि किशन ने मंगलवार को लोकसभा में अखिलेश यादव के उस दावे को खारिज कर दिया कि भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार को ‘यश भारती’ सम्मान मिल चुका है।
दरअसल, सदन में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने दावा किया था कि, रवि किशन को उनकी सरकार में यश भारती सम्मान मिला था, लेकिन रवि किशन ने अखिलेश के दावे को खारिज करते हुए कहा कि न तो उन्हें सपा कार्यकाल में और न ही बसपा कार्यकाल में यश भारती सम्मान मिला। उन्होंने कहा कि इसके अलावा न ही वह इस पुरस्कार से जुड़ी पेंशन पा रहे हैं। भाजपा सांसद ने अखिलेश को संसद में सदस्यों के सामने झूठा करार दिया।
सदन में प्रश्नकाल के दौरान पद्म पुरस्कारों से जुड़ा पूरक प्रश्न पूछने के दौरान समाजवादी पार्टी के नेता और सांसद अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की पूर्व उनकी सरकार विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वालों को ‘यश भारती’ सम्मान देती थी और पेंशन के तौर पर 50 हजार रुपये मासिक की राशि भी दी जाती थी। उन्होंने कहा कि इस सदन में मौजूद सदस्य रवि किशन को भी ‘यश भारती’ मिल चुका है। मेरा सवाल है कि क्या केंद्र सरकार भी पद्म पुरस्कारों से सम्मानित लोगों के लिए कोई सम्मान राशि देना शुरू करेगी।
बाद में रवि किशन ने सपा प्रमुख के दावों को खारिज करते हुए कहा कि अखिलेश यादव जी ने कहा कि मुझे यश भारती मिला। जबकि ऐसा नहीं है। मुझे न तो एसपी की सरकार और न ही बीएसपी की सरकार में यह सम्मान मिला तथा कोई सम्मान राशि भी नहीं मिली। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि, उन्हें अखिलेश व मायावती दोनों की सरकार में उपेक्षित रखा गया। फिलहाल, अखिलेश और रवि किशन के बीच हुए इस चर्चा का वीडियो खूब वायरल हो रहा है।