भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में पार्टी लाइन से अलग अपने बयानों को लेकर हमेशा मीडिया की सुर्खियों में रहने वाले बिहार से बीजेपी सांसद व अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक और ताजा हमला बोलते हुए कहा कि, ‘प्रधानमंत्री जी, समस्याओं में तुरंत रिस्पॉन्स करना जरूरी है, नहीं तो चिड़िया चुग जाएगी खेत।’
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के असंतुष्ट सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने मंगलवार(5 जून) की सुबह ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘सांसद होने के नाते वहां के लोग मुझसे पेट्रोल-डीजल के दाम, किसानों की हड़ताल, कश्मीर नीति, जजों के मुद्दे और उपचुनावों में हार पर सवाल पूछ रहे हैं। लेकिन हमारे पास कोई उत्तर नहीं है। क्या 2014 में हमने इन्हीं वादों के साथ सरकार बनाई थी, क्या 2019 में हम यही जवाब देंगे। प्रधानमंत्री जी, समस्याओं में तुरंत रिस्पॉन्स करना जरूरी है, नहीं तो चिड़िया चुग जाएगी खेत।’
To their public representative from Patna, people are raising questions about fuel price rise, farmer’s strike, failing Kashmir Policy, Judges’ appointment delay & recent defeats in by polls to which frankly we have no answers. Is this the Govt we had promised in 2014? And…1>2 pic.twitter.com/v4QwkKk450
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) June 5, 2018
….And what are we going to tell them in 2019. PM Sir, problems need immediate response…नहीं तो चिड़िया चुग जाएगी खेत।
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) June 5, 2018
बता दें कि, यह कोई पहली बार नहीं है बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने अपनी पार्टी पर निशाना साधा हो। शत्रुघ्न सिन्हा कई मुद्दों पर पार्टी और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना करते रहें है। अभी हाल ही में शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था, साथ ही उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की भी जमकर तारीफ की थी।
अभी हाल ही में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा था कि पीएम मोदी देश के 130 करोड़ लोगों के प्रधानमंत्री हैं, उन्हें यह शोभा नहीं देता कि वो मुख्य विपक्षी राजनीतिक पार्टी को छद्म नाम दें। साथ ही उन्होंने लिखा कि, पीएम मोदी ऐसा कर रहे थे मानो वे केजी के बच्चों को शब्दों के संक्षेपों को पढ़ा रहे हों।
साथ ही उन्होंने कहा था कि, महोदय, पूरा देश स्कूल नहीं है..@BJP4India। जिसे आप पीपीपी का मतलब पंजाब, पोंडिचेरी और परिवार समझाकर गंदी राजनीति का नमूना पेश कर रहे हैं। इससे आपका भय और सोच में गिरावट जाहिर होता है। साथ ही उन्होंने कहा था कि, चुनाव इस कला से नहीं जीते जाते बल्कि लोगों का “दिल” जीतकर चुनाव जीता जाता हैं।
उन्होंने आगे कहा था कि, प्रधानमंत्री महोदय देश के करोड़ों लोग आपसे इस तरह के भाषण की जगह परिपक्व और विकास को परिभाषित करने वाला भाषण चाहता है। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते हैं तो इसका मतलब हुआ कि आप पीएम जैसे ऊंचे ओहदे पर बैठने वाला सिर्फ एक अधिकृत व्यक्ति हैं।