कर्नाटक में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने है, राज्य में चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस की बीच बयानों का सिलसिला शुरू हो गया है। राज्य में सियासी बाजी जीतने के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है। कर्नाटक में सत्ता पाने के लिए इस बार बीजेपी इन चुनावों में हर संभव कोशिश कर रही है। लेकिन कांग्रेस से सत्ता छीनने और चुनावी तैयारियों के बीच बीजेपी से कुछ चूक भी हो रही हैं। जिससे बीजेपी की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रहीं है।दरअसल, बीजेपी ने जो अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है, उनमें उन तीन नेताओं के नाम भी शामिल हैं, जो साल 2012 में कर्नाटक विधानसभा में पोर्न देखते हुए कैमरे में कैद हो गए थे। अब उन बीजेपी नेताओं को टिकट दिए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है। वरिष्ठ पत्रकार नलिनी सिंह ने इसे लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है और ट्वीट कर इसे मोदी-शाह का एक और मास्टरस्ट्रोक करार दिया है।
All 3 BJP MLAs who were caught watching porn in the Karnataka Assembly, have been given tickets by BJP.
Another Masterstroke by Modi Shah
— Nalini Singh (@NaliniSingh_) April 23, 2018
https://twitter.com/RoflSidhu_/status/988404383472865280
खनन माफिया रेड्डी ब्रदर्स और कर्नाटक विधानसभा में पोर्न मूवी देखने वालेे अपने पूर्व विधायकों को बीजेपी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव मे पुन: किस मजबूरी में टिकट दिया। क्या पार्टी
को कर्नाटक में योग्य कंडीडेट क्यों नहीं मिले।— ??Sanjana.?? (@Sanjana64483759) April 23, 2018
कर्नाटक विधानसभा में पॉर्न-मूवी देखते हुए पकड़े गए अपने MLA को BJP ने फिर से दिया टिकट!!
क्या भाजपा के लोग ऐसे बेटियों को बचाएंगे??
???— Alpesh Thakor (@RoflAlpesh) April 22, 2018
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 2012 में जब कर्नाटक में बीजेपी सरकार सत्ता में थी। तब एक दिन विधानसभा में सूखे पर चर्चा हो रही थी, तभी तत्कालीन पर्यावरण मंत्री जे कृष्णा पालेमर, महिला और बाल विकास मंत्री सीसी पाटिल और एक अन्य मंत्री लक्ष्मण सावदी मोबाइल में पोर्न देखते हुए पकड़े गए थे। इन तीनों नेताओं की यह हरकत विधानसभा की कार्यवाही कवर कर रही मीडिया के कैमरों मं कैद हो गई थी।
इस घटना के मीडिया में आने के बाद काफी हंगामा हुआ था। विपक्षी पार्टियों ने आरोपी नेताओं के इस्तीफे की भी मांग की थी। हालांकि अपने बचाव में मंत्री लक्ष्मण सावादी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि ‘मिस्टर पालेमार मुझे पश्चिमी देश में हुए एक महिला के गैंगरेप की वीडियो दिखा रहे थे, जिसे ब्लू फिल्म समझ लिया गया, लेकिन वह ब्लू फिल्म नहीं थी।’ इन तीनों नेताओं को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है जिसपर लोग खरी-खोटी सुना रहे हैं।
बता दें कि बीजेपी ने सोमवार को कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों की चौथी सूची जारी की है। इस चौथी सूची में 7 प्रत्याशियों के नाम हैं। बीजेपी 224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा के लिए 220 उम्मीदवारों का ऐलान कर चुकी है। बता दें कि कर्नाटक में विधानसभा की 224 सीटों पर एक चरण में 12 मई को मतदान होगा। वहीं, वोटों की गिनती 15 मई को की जाएगी।
पोर्न की वजह से बढ़ रही हैं रेप की घटनाएं
एक तरफ बीजेपी ने कर्नाटक विधानसभा चुनावों में उन तीन नेताओं को उम्मीदवार बनाया है जो 2012 में पोर्न देखते पकड़े गए थे। वहीं मध्य प्रदेश के गृहमंत्री का कहना है कि पोर्न की वजह से रेप हो रहे हैं। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह का मानना है कि मासूमों के साथ बलात्कार और यौन शोषण के मामले बढ़ने की वजह पोर्न साइट्स है। यही वजह है कि उनकी सरकार राज्य में पोर्न को बैन करने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में हम केंद्र का रुख करेंगे।
भूपेंद्र सिंह ने कहा कि, ‘हमारा मानना है कि बच्चों के साथ बलात्कार और छेड़छाड़ के बढ़ते मामलों के पीछे अश्लील साइटों का होना है।’ उन्होंने आगे कहा कि, ‘हम पोर्न को मध्य प्रदेश में बैन करने के लिए विचार कर रहे हैं। इसके लिए हम केंद्र के सामने प्रस्ताव रखेंगे।’ गृहमंत्री के अनुसार, राज्य सरकार 25 पोर्न साइट्स को पहले ही बैन कर चुकी है।
पत्रकारों से बातचीत में गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि “मध्य प्रदेश गृह विभाग द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि अश्लील साइटें बचपन से बच्चों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है, यहां तक कि युवा लड़कों और लड़कियों को ये आसानी से मिल जाते हैं। रेप और यौन शौषण के मामले इन साइटों तक पहुंच का परिणाम हैं।