देश में दलितों पर अत्याचार का सिलसिला लगातार जारी है, विशेष तौर से गुजरात में दलितों के खिलाफ हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच, गुजरात के अहमदाबाद जिले के एक स्कूल में कुर्सी पर बैठने को लेकर भीड़ ने एक दलित महिला पर कथित रूप से हमला किया।
समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने शुक्रवार(8 जून) को बताया कि घटना दो दिन पहले वलथरा गांव में हुई। पुलिस ने बताया कि एक आंगनवाड़ी में कार्यरत पल्लवीबेन जाधव (45) को आधार कार्ड वितरित करने की जिम्मेदारी दी गई थी। काठ पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार स्थानीय नागरिक जयराज वेगड यह देखकर नाराज हो गया कि पल्लवीबेन अपना कार्य करने के दौरान कुर्सी पर बैठी हुई है।
पल्लवीबेन के पति गणपत जाधव की ओर से दर्ज शिकायत के अनुसार जयराज ने सवाल किया कि एक दलित होते हुए वह कुर्सी पर क्यों बैठी हुई है। जयराज ने कुर्सी को पैर से मारा जिससे पल्लवीबेन गिर गईं। बाद में शाम को जयराज और करीब 25 अन्य लोग महिला के घर गए और परिवार के सदस्यों पर डंडों और धारदार हथियारों से हमला किया।
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत हत्या के प्रयास और डकैती तथा अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति (अत्याचार रोकथाम) कानून के तहत एक मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी करडिया राजपूत समुदाय से हैं जो अन्य पिछड़ा वर्ग में आता है।
पुलिस उपाधीक्षक (अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ, अहमदाबाद) पी डी मनवार ने कहा, ‘यह भी आरोप लगाया गया है आरोपी पल्लवीबेन का मंगलसूत्र भी छीन ले गए। आरोपियों ने जाधव के एक रिश्तेदार को कथित रूप से आग लगाने का भी प्रयास किया।’
मामले की जांच कर रहे मनवार ने कहा कि आज तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि प्राथमिकी में आरोपी के तौर पर नामित भरत वेगड ने बाद में पल्लवीबेन और उनके पति के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराकर आरोप लगाया कि दम्पति और उनके रिश्तदारों ने उस पर एवं अन्य पर हमला किया।