राजस्थान के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने सोमवार को राजस्थान विधानसभा में ‘जय श्री राम’ का उद्घोष करते हुए विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जमकर निशाना साधा।

विनियोग विधेयक हुई बहस पर अपने जवाब की शुरुआत में गहलोत ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को उनके जन्मदिन की बधाई दी। फिर उन्होंने राज्य में गत कुछ दिनों से हो रही अच्छी बारिश का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘‘अच्छा मानसून आया है उसके लिए सबको बधाई। जो चिंता की लकीरें हमारे माथे पर आ रही थीं उनसे छुटकारा मिले उसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं।’’ प्रतिपक्ष की ओर देखते हुए गहलोत ने आगे कहा, ‘‘इंद्रदेव की बड़ी कृपा हुई… कह सकता हूं मैं? इंद्रदेव की बड़ी कृपा हुई कह सकता हूं मैं? उन पर तो आपका कब्जा नहीं है खाली… जय श्री राम।’’
सदन में जय श्री राम की गूंज के बीच गहलोत ने विपक्षी भाजपा पर तंज कसते हुए आगे कहा, ‘‘अब जय श्रीराम जो हैं उस पर आपने कब्जा कर लिया। क्या हमारे लोग खुश नहीं हुए जब मैं बोला जय श्रीराम? सब खुश होते हैं। पर दुर्भाग्य यह है कि आप कब्जा कर लेते हो। जैसे गांधी जी पर कर रहे हो, सरदार पटेल पर कर रहे हो, आंबेडकर साहब पर कर रहे हो। ये गलत है… ये गलत है।’’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे कहा, ‘‘जय श्रीराम, श्रीराम का नाम मर्यादा पुरुषोत्तम राम होता है। हम उनके नाम को भी लोगों के बीच इस रूप में ले जाएं कि लोगों में अशांति पैदा हो, गुस्सा पैदा हो…यह अच्छी बात नहीं है। दुर्भाग्य है कि जिस प्रकार से मैंने कहा जय श्रीराम…सब खुश हो गए चाहे पक्ष हो या विपक्ष या प्रदेशवासी हो। कोई अल्लाह हू अकबर बोल जाए और कोई एतराज करे या कहे कि आपको जबरदस्ती बोलना पड़ेगा तो वह गलत है। मन से कोई बोले तो अच्छी बात है। लेकिन जय श्रीराम को लेकर भी अगर हम इस प्रकार से माहौल बनाएंगे तो यह देश कहां जाएगा?’’ (इंपुट: भाषा के साथ)