आंखी दास के बाद BJP के साथ एक और फेसबुक एग्ज़ीक्यूटिव की सांठगांठ हुई उजागर, लॉबिस्ट शिवनाथ ठुकराल पर TIME पत्रिका के ​​खुलासे से भारत के 400 मिलियन व्हाट्सएप यूजर्स की बढ़ सकती है चिंता

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अमेरिकी अखबार ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने बीते दिनों फेसबुक इंडिया की पब्लिक पॉसिली डायरेक्टर आंखी दास और सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच सांठगांठ पर चौंकाने वाले खुलासे किए थे। वहीं, अब टाइम पत्रिका ने भी खुलासा किया है कि कैसे सोशल मीडिया दिग्गज के एक और लॉबिस्ट शिवनाथ ठुकराल ने भी भाजपा के लिए सोशल मीडिया अभियान चलाया था। रिपोर्ट बताती है कि दास से पहले जो शख्स इस पद पर था उसका भी भाजपा से संबंध रहा है और उसने 2014 के लोकसभा चुनावों के समय पार्टी-समर्थक एक वेबसाइट चलाई थी।

आंखी दास

टाइम की रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई 2019 में फेसबुक के भारत और साउथ एशिया में पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर शिवनाथ ठकराल थे। उस समय हेट स्पीच पोस्ट्स पर नजर रखने वाली संस्था ‘आवाज’ ने 180 ऐसी पोस्ट के बारे में फेसबुक को बताया था, जो उनकी पॉलिसी का उल्लंघन करते थे। इन पोस्ट में से एक असम से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता शिलादित्य देव का नाम था। इसमें देव ने एक मुस्लिम शख्स के एक लड़की के साथ बलात्कार करने की खबर को ‘हेट स्पीच’ के साथ शेयर किया था।

टाइम की रिपोर्ट का कहना है कि फेसबुक ने ये पोस्ट एक साल तक नहीं हटाई। जब 21 अगस्त को टाइम ने फेसबुक से इस बारे में जवाब मांगा तो कंपनी ने कहा ने कहा, “जब एनजीओ ‘आवाज’ ने इसके बारे में बताया था तो इस पोस्ट को देखा गया था। हमारे रिकॉर्ड बताते हैं कि हमने इसे हेट स्पीच उल्लंघन के मामले में रखा था। हालांकि, फेसबुक ने स्वीकार किया कि यह शुरुआती रिव्यू के बाद हम इसे नहीं हटा पाए, जो हमारी ओर से एक गलती थी।”

टाइम की रिपोर्ट का कहना है कि इस पूरे प्रकरण के समय पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर शिवनाथ ठकराल थे और उनका एक काम ‘भारतीय सरकार के लिए लॉबीइंग करना भी था। टाइम पत्रिका की पड़ताल के अनुसार, व्हाट्सएप के भारत के सार्वजनिक नीति निदेशक बनने के लिए फेसबुक पर नौकरी से मार्च 2020 में पदोन्नत हुए थुकल ने पूर्व में भाजपा की ओर से काम किया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि भाजपा के साथ अपने अतीत के जुड़ाव के बावजूद वह 2019 के चुनावों के दौरान वह उन बातचीतों में भी शामिल होते थे, जिनमें ये तय किया जाता था कि नेताओं के ‘हेट स्पीच’ टैग किए गए पोस्ट पर क्या एक्शन लेना है।

ठुकराल का भाजपा कनेक्शन

शिवनाथ ठुकराल के फेसबुक लाइक्स में ‘I Support Narendra Modi’ नाम का पेज भी है। टाइम की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व फेसबुक कर्मचारियों का मानना है कि ठुकराल को 2017 में हायर करने के पीछे मुख्य कारण उनके भाजपा से संबंध होना है। लोकसभा चुनाव से पहले 2013 में ठुकराल ने भाजपा-समर्थक वेबसाइट ‘मेरा भरोसा’ ((My Trust) और फेसबुक पेज चलाया था। 2014 के शुरुआत में वेबसाइट का नाम ‘मोदी भरोसा’ कर दिया गया था।

टाइम पत्रिका के अनुसार, फेसबुक ने पुष्टि की है कि ठुकराल ने वास्तव में भाजपा समर्थक अभियान ‘मेरा भरोसा’ के लिए काम किया था, जो बाद में ‘मोदी भरोसा’ बन गया। अब ठुकराल को फेसबुक ने और बड़ी जिम्मेदारी दी है। मार्च 2020 में शिवनाथ ठुकराल को प्रमोट कर व्हाट्सएप का इंडिया पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर बना दिया गया था।

ठुकराल का नवीनतम इस चौंकाने वाले खुलासे के बाद से भारत के 400 मिलियन व्हाट्सएप उपयोगकर्ताओं के लिए एक भयावह है।

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