राजस्थान के अलवर गैंगरेप मामले को लेकर पूरे देश में आक्रोश है, आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है। इसी बीच, अब उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अलवर में पिछले महीने एक दलित विवाहिता के साथ पांच लोगों द्वारा उसके पति के सामने सामूहिक बलात्कार किए जाने की घटना की कड़ी निन्दा करते हुए दोषियों को फांसी की सजा की मांग की है।
मायावती ने शनिवार को मीडिया को दिये एक बयान में कहा कि अलवर में हुई वारदात ना सिर्फ दलितों बल्कि महिलाओं के सम्मान से जुड़ा मामला है, लिहाजा इस घटना के अभियुक्तों को फांसी की सजा दी जानी चाहिये। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी चाहती है कि उच्चतम न्यायालय इस अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना का स्वत: संज्ञान ले और समयबद्ध सुनवाई कर सख्त कार्रवाई करे।
मायावती ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार को भी घेरते हुए कहा ‘हमारी पार्टी चाहती है कि अदालत पुलिस और प्रशासन के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करे।’ बसपा प्रमुख ने भीम आर्मी की तरफ इशारा करते हुए कहा कि एक तरफ इस संगठन के लोग जहां कांग्रेस के लिये वोट मांग रहे थे। वहीं चुनाव खत्म होने पर वे जयपुर में अलवर का मामला उठा रहे हैं। हमारी पार्टी के लोग ऐसे संगठनों से जरूर सावधान रहें।
बता दें कि अलवर जिले में गत 26 अप्रैल को आरोपियों ने पीड़िता और उसके पति को रास्ते में रोक एक सुनसान जगह पर ले जाकर उसके पति के सामने ही उसके साथ गैंगरेप किया था। इतना ही नहीं, आरोपियों ने अपराध का विडियो भी बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। (इंपुट: भाषा के साथ)