मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हुए गैस हादसे की गुरुवार को 31वीं बरसी है। लोगों में आज भी इस हादसे का दर्द है और यही कारण है कि वे गुरुवार को यूनियन कार्बाइड और डाओ केमिकल के साथ-साथ केंद्र सरकार और राज्य सरकार के खिलाफ भी अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
2-3 दिसंबर 1984 की रात को यूनियन कार्बाइड संयत्र से जहरीली गैस रिसी थी। इस हादसे में एक रात में तीन हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी। मौतों का यह सिलसिला अब भी जारी है। मृतकों की याद में तीन दिसंबर को श्रद्धांजलि सभा, प्रार्थना सभा और गैस पीड़ितों का प्रदर्शन वर्षो से होता आ रहा है। गुरुवार को भी यही सब कुछ हो रहा है।
भोपाल गैस पीड़ितों के लिए काम करने वाले संगठन अपने-अपने तरह से रैली व जुलूस निकालकर अपने गुस्से का इजहार कर मृतकों को श्रद्धांजलि देंगे। भोपाल ग्रुप ऑफ इंफॉर्मेशन और एक्शन के सतीनाथ षड्ंगी ने बताया कि भोपाल टॉकीज से रैली शुरू होकर यूनियन कार्बाइड संयंत्र पर खत्म होगी।
भोपाल गैस पीड़ित महिला उद्योग संगठन द्वारा भी प्रदर्शन किया जाएगा। इसी तरह भोपाल गैस पीड़ित सहयोग संघर्ष संगठन की संयोजक साधना कार्णिक ने बताया कि उनके संगठन ने यूनियन कार्बाइड संयंत्र के सामने श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया है।