उत्तर प्रदेश में जनवरी 2016 से जून 2017 के बीच जहरीली शराब पीने से 41 लोगों की मौत हुई है। राज्य के आबकारी मंत्री जय प्रताप सिंह ने बुधवार(26 जुलाई) को विधानसभा में कहा कि प्रदेश में जनवरी 2016 से जून 2017 के दौरान जहरीली शराब पीने से 41 लोगों की मौत हुई है। मृतकों में सबसे अधिक 33 लोग एटा जिले के थे, जबकि शेष आठ फर्रूखाबाद जिले के थे।
आंकड़ों के अनुसार, योगी सरकार भी जहरीली शराब के कारोबार को रोकने में नाकाम साबित हुई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने के बाद 22 मई से सात जून के बीच अवैध शराब के संबंध में 15,544 प्राथमिकियां दर्ज की गयीं और 930 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
सिंह ने बताया कि आबकारी विभाग ने इस महीने (जुलाई) आठ तारीख से 14 तारीख के बीच विशेष अभियान चलाया। कुल 2676 प्राथमिकियां दर्ज की गयीं और 55 लोगों को गिरफ्तार किया गया। अपना दल (सोनेलाल) के आरके वर्मा ने प्रश्नकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया था। मंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर राज्य सरकार ने शराब की 8,500 दुकानें स्थानांतरित कीं, जिससे विभाग को लगभग 5,500 करोड़ रुपये राजस्व का नुकसान हुआ।
बीजेपी के अशोक चंदेल ने आरोप लगाया कि विभाग के संरक्षण की वजह से हमीरपुर में भाजपा कार्यालय के निकट स्थित शराब की दुकान स्थानांतरित नहीं की जा सकी। चंदेल ने कहा कि उन्होंने जिलाधिकारी और जिला आबकारी अधिकारियों को सूचित किया लेकिन दुकान स्थानांतरित नहीं हो सकी। हालांकि, मंत्री ने आश्वासन दिया कि दुकान को स्थानांतरित करने के आदेश दिये जा चुके हैं।